Militants

एक घुसपैठिए को 26 तारीख की सुबह मुठभेड़ में मार गिराया गया‚ जबकि दूसरे आतंकवादी (Terrorist) ने अपनी जान बचाने के लिए सरेंडर कर दिया।

इस सर्दी में घुसपैठ के लिए लॉन्च पैड और उसके आसपास के इलाकों में आतंकी और ओजीड्बल्यू (ओवर ग्राउंट वर्कर्स) की हरकतें तेज हो गई हैं। ये लोग घुसपैठ के लिए लगातार रेकी कर रहे हैं।

गिरफ्तार आतंकी (Militant) पीओके में मौजूद टीआरएफ के हैंडलर अहमद खालिद के निर्देश पर जम्मू आया था। इलाके की जानकारी हासिल करने में  इस आतंकी की मदद करने वाले उसके दो साथियों को भी पकड़ने के प्रयास तेज कर दिये गये हैं। 

पुलिस ने बताया कि मारे गये दोनों आतंकी हक्कानी और शाह ने ही दो पाकिस्तानी आतंकी  उस्मान और सज्जाद उर्फ हैदर के साथ मिलकर पिछले साल घाटी में बीजेपी नेता वसीम बारी और उनके परिवार की हत्या की थी।

पंजाब पुलिस ने इन आतंकियों (Terrorists) के पास से टिफिन बम की तरह दिखने वाले दो डिब्बे‚ दो हैंड ग्रेनेड और तीन 9 एमएम पिस्तौल भी बरामद की हैं।

मारे गये आतंकियों (Militants) के पास से पांच एकके 37 रायफल, सात पिस्तौल और दर्जनों हथगोले सहित बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, भारत-पाक की नगदी व अन्य जरूरी सामान जब्त किये गये।

इससे पहले सेवा से बर्खास्त किए गए लोगों में पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे और दागी पुलिस उपाधीक्षक दविन्दर सिंह शामिल थे।

काशू चित्रगाम थाना क्षेत्र में आतंकियों (Militants) के होने की गुप्त सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस और सेना के जवानों की एक टीम बनाकर चिह्नित स्थल की तरफ छानबीन के लिए रवाना किया गया।

सरहद पार पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर ऐसे पावरफुल मोबाइल टावर लगा रखे हैं‚ जिनके जरिये वहां का सिमकार्ड सरहदी भारतीय इलाके में भी आसानी से काम करता है।

आईएसआई (ISI) ने आदेश दिया है कि हायरकी में नीचे के आतंकी हथियार नहीं खरीदेंगे सिर्फ टॉप आतंकी कमांडर या आईएसआई (ISI) ही आतंकवादियों (Militants) को हथियार मुहैया कराएगी।

इस मामले में एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी समेत दो पाकिस्तान आधारित आतंकियों (Militants) की पहचान हुई‚ जिन्हें नामजद किया गया है‚ इनमें एक व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार किया गया था।

पकड़े गए आतंकियों (Militants) में से तीन को उत्तर प्रदेश‚ दो को दिल्ली और एक को महाराष्ट्र से पकड़ा गया। पुलिस का दावा है कि दबोचे गए आतंकियों में जान मोहम्मद शेख महाराष्ट्र का रहना वाला है।

अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब होने के कारण ड्रोन के जरिए राजौरी में आतंकवादियों (Terrorists) को हथियारों की आपूर्ति हो रही है। ड्रोन से यहां हथियार गिराए जा चुके हैं।

आईएसआई ने ड्रोन के माध्यम से पंजाब और जम्मू–कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में हथियार भेजने की कोशिश की है‚ जिन्हें हाल ही में जम्मू–कश्मीर (Jammu Kashmir) में सुरक्षाबलों द्वारा मार गिराया गया था।

यह सर्च अभियान माजाकोट के बारोट गली में स्थित डोरी माल के जंगली इलाकों में चल रहा था। इसी दौरान जंगल में छुपे आतंकियों ने सर्च टीम के ऊपर फायरिंग शुरू कर दी।

आईएसआई की मदद से अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां की जेल से इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISPK) के तीनों बड़े आतंकी भाग गये हैं।

पाकिस्तान से आतंकी कैंपों को अफगानिस्तान में शिफ्ट करने के पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि दुनिया के आंखों में धूल झोंक कर पाकिस्तान एक तरफ जहां एफएटीएफ की चाबुक से बचना चाहता है।

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