Militant

जांच के दौरान इन तीनों आरोपियों (Three Suspects) के पास से आठ किलो आरडीएक्स के साथ टाइमर व बम बनाने का सामान बरामद किया है।

सुरक्षाबलों ने सोमवार को इंफाल ईस्ट जिले के लाइरेनपेट इलाके से एक आतंकी को गिरफ्तार किया है, जबकि दूसरे आतंकी को तेंगनुपाल जिले के रिंगपाम गांव से पकड़ा गया।

जवानों ने जब ड्रोन (Pakistani Drone) से मिले उस पांचों पैकेट को खोला तो उसमें से संदिग्ध प्रतिबंधित ड्रग्स (हेरोइन) निकला, जिसका कुल वजन करीब चार किलो सत्रह ग्राम था।

आतंकवादी मैक्सन के खिलाफ बांग्लादेश में हत्या और चोरी समेत कुल 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि शायद वर्ष 2019 में यह आतंकवादी पश्चिम बंगाल की सीमा में घुसा था।

दक्षिण कश्मीर में शनिवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह तीसरी एनकाउंटर थी। इससे पहले शनिवार को शोपियां और पुलवामा में हुई एनकाउंटर में दो-दो दहशतगर्द (Terrorist) मारे गए थे।

रेडवानी इलाके में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन चल रहा था, इसी दौरान आतंकियों (Terrorists) ने जवानों पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई के बाद ये छानबीन मुठभेड़ में बदल गई और सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया।

आतंकी (Militant) के पास से एक पिस्तौल, तीन कारतूस, एक डेटोनेटर और 250 ग्राम विस्फोटक के अलावा अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।

आईएसआई ने अपनी साइबर प्रोपोगेंडा टीम को खास तौर से अफगान में तालिबान के सहयोग के लिए तैयार की थी। जिसने ही तालिबान की जीत की पूरी पृष्ठभूमि तैयार की थी, अब उसी टीम को घाटी के लोगों को भड़काने के लिए लगा दिया है।

बांग्लादेश में स्थित जेएमबी के आतंकी शिविर में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को देखा गया था‚ जो आईएसआई (SI) के इशारे पर जेएमबी के आतंकियों (Terrorists) को प्रशिक्षण दे रहे हैं।

ऐसे आतंकी ग्रेनेड हमलों को अंजाम देते हैं और हमले के बाद मौके से भाग जाते हैं। कहा गया कि ओजीडब्लू और स्लीपर सेल की तरह ही यह आतंकी पार्टटाइम होते हैं‚ शेष समय में यह दूसरा काम धंधा करते हैं।

डीजीपी गुप्ता के अनुसार, शुरुआती छानबीन के दौरान, आतंकी सरूप सिंह (Militant) ने खुलासा किया है कि वह सोशल मीडिया पर विदेशी आतंकी आकाओं (पाकिस्तानी आतंकी) के संपर्क में आया था।

गिरफ्तार जहांगीर हिज्ब-ऊत-तहरीर संगठन से जुड़ा था, लेकिन मूल रूप से वह प्रतिबंधित बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) का सदस्य है।

पुलिस के मुताबिक हमलावर अभी इसी इलाके में कहीं छिपे हुये हैं। ऐसे में घेराबंदी मजबूत कर दी गई है। ऐसे में हमलावरों के बच निकलने की संभावना बहुत कम है।

उल्फा (आई) (ULFA-I) के उग्रवादियों ने 21 अप्रैल को असम-नगालैंड बॉर्डर पर शिवसागर जिले में स्थित लाकवा तेल क्षेत्र से ओएनजीसी (ONGC) के तीन कर्मचारियों का अगवा किया था।

एसटीएफ की ज्वाइंट टीम इस गुप्त सूचना के आधार पर सक्रिय हुई तो मोहम्मद राशिद (Mohmmad Rashid) ट्रेन से जाने का इरादा छोड़ कर बस्ती जिले में ही कहीं भूमिगत हो गया।

आतंकी (Militant) शेर अली सरहद पार पाकिस्तान से ड्रग्स व हथियारों की तस्करी करवाने में भी वांटेड था। कुवैत से भारत के अच्छे संबंधों के चलते वहां की सरकार ने उसे भारत सरकार को सौंप दिया।

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