Maoists

स्थानीय पुलिस की मदद से सीमाई कस्बे में चलाए गए अभियान में 35 असम राइफल्स के जवानों ने तीन उग्रवादियों को पकड़ा।

गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली थी कि तुलसी संरक्षित जंगल में करीब 30 से 40 नक्सली मौजूद थे, जिसमें करीब 5 नक्सल कैडर थे। ये नक्सली पिछले दो दिन से यहीं शिविर डालकर रह रहे थे।

जनवरी 2020 से 31 जुलाई 2021 तक कुल 688 माओवादियों (Maoists) को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान पुलिस एनकाउंटर में 18 मारे भी गए और 25 ने पुलिस के सामने सरेंडर (Surrender) भी कर दिया।

गिरफ्तार माओवादियों (Maoists) के खिलाफ सड़क खोदकर मार्ग अवरुद्ध करने, हत्या के मामले में शामिल होने और नक्सली बैनर पोस्टर लगाने के आरोप हैं।

नक्सलियों (Naxalites) की तलाश में जवानों ने बड़े पैमाने पर सर्च अभियान भी चलाया हुआ है। शुरुआती जांच में पता चला है कि संभवत: कटेकल्याण एरिया कमेटी के नक्सलियों ने ही गोपनिय सैनिक बुधराम की हत्या की है।

दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान के तहत CRPF व पुलिस अधिकारियों के सामने सोमवार को तीन माओवादियों (Maoists) ने सरेंडर किया है।

खबर मिली है कि दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों ने सफलता हासिल करते हुए अरनपुर थाना क्षेत्र के बैनपल्ली से 2 माओवादियों (Maoists) को गिरफ्तार किया है।

छतीसगढ़ के बीजापुर जिले में बुधवार को पुलिस ने 2 अलग-अलग थाना क्षेत्रों से कुल 3 माओवादियों (Naxalites) की गिरफ्तारी की है।

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में सुरक्षाबल और माओवादियों के बीच एनकाउंटर में जवानों ने 5 माओवादियों (Maoists) को घेराबंदी कर पकड़ा गया है।

सुकमा में भी कोबरा 206, एसटीएफ, डीआरजी व जिला बल की ज्वाइंट ऑपरेशन में बंदूक के साथ दो माओवादियों (Maoists) को गिरफ्तार किया गया है।

हम आपको बताएंगे कि किस तरह आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में माओवादियों (Maoists) के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। माओवादियों से संबंधित अपराधों में भारी कमी आई है।

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, छत्तीसगढ़ और झारखंड, माओवादियों (Maoists) को रोकने के लिए अभी भी लगातार संघर्ष कर रहे हैं।

स्वामी (Stan Swamy) की याचिका खारिज करने वाले स्पेशल जज डीई कोथलकर ने बताया कि उनका आदेश रिकॉर्ड पर लाई गई सामग्री पर आधारित है‚ जिससे लगता है कि स्वामी प्रतिबंधित माओवादी संगठन (Maoists) के सदस्य हैं।

माओवादियों (Maoists) के खिलाफ सलवा जुडूम कार्यकर्ताओं की हत्या, पुलिस शिविर पर हमला करने, पुलिस टीम पर हमला करने और साल 2013 में बासागुड़ा के साप्ताहिक बाजार में पत्रकार साई रेड्डी की हत्या में शामिल रहने का आरोप है।

पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जिला बल के संयुक्त दल को सावनार और कोरचोली गांव की ओर रवाना किया गया था।

गया जिले के बाराचट्टी वन क्षेत्र में बिहार पुलिस और कोबरा बटालियन की माओवादियों (Maoists) के साथ मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में 3 लोग मारे गए हैं।

आईजी सुंदरराज पी ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान में कोर्स मनुअल की तैयारी चल रही है। क्लासें दंतेवाड़ा जिला जेल में शुरू होंगी।

यह भी पढ़ें