Maoist

डीआईजी ने सभी नक्सलियों के परिजनों से सरकार के सरेंडर नीति के तहत हथियार डालने वाले वाले नक्सलियों को मिलने वाली सहायता राशि दोगुनी कर दी है। 

नक्सली के घर की तलाशी में 9 एमएम का एक कार्बाइन, दो मैगजीन व तीन पीस 9एमएम का जिंदा कारतूस बरामद किया गया है।

सुरक्षाबल के जवान जब चिह्नित स्थल पर पहुंचे तो वहां से नक्सली (Naxals) नदारद थे। हालांकि सघन तलाशी के दौरान जंगल से बड़ी संख्या में विस्फोटक बरामद किया गया।

नक्सली विमल (Naxali Vimal) के अधिकार छीनने के बाद संगठन के सेंट्रल कमिटी सदस्य मिथिलेश मेहता को बूढ़ा पहाड़ का नया मुखिया बनाया गया है। वह करीब छह महिने पहले बिहार में चकरबंधा से निकल कर बूढ़ा पहाड़ आया है।

कंक्रीट के पुल के निर्माण में बहुत समय लगता है। इस बीच नक्सली निर्माण में बाधा पहुंचाने की कोशिश करते रहते हैं। स्टील के पुलिया में पहले से तैयार लोहे के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ना भर होता है।

मृतक की पत्नी के अनुसार, उनका पति बेकसूर था। ऐसे में नक्सलियों (Naxalites) से उन्हें और उनके बच्चों को भी जान का खतरा हो सकता है। मृतक की पत्नी ने पुलिस सुरक्षा की मांग की है।

लक्ष्मीपुर थाने की पुलिस गिरफ्तार नक्सली वीरेंद्र (Naxalite) के कारनामों की पड़ताल कर रही है। वहीं उसके अन्य साथी लालो दास को थानाध्यक्ष मृत्युंजय पंडित ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

दंतेवाड़ा (Dantewada) में सुरक्षाबलों ने सफलता हासिल करते हुए अरनपुर थाना क्षेत्र के बैनपल्ली से 2 माओवादियों (Maoists) को गिरफ्तार किया है।

पामेड़ थाना क्षेत्र के उड़तामल्ला गांव के जंगल से चार नक्सलियों (Naxalites) समैया सवलम (20), बामन कोवासी (26), पोड़ियाम किस्टैया (27) और माड़वी रामा (22) को गिरफ्तार किया।

कुछ दिन पहले सेरेंगदाग घाटी में पुलिस गश्ती टीम को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने गोलीबारी की थी, जिसमें तीन पुलिस कर्मी जख्मी हुए थे, उसमें भी नक्सली उदय (Naxali) शामिल था।

नक्सली (Naxali) सुखदेव मुर्मू चकाई थाने में दर्ज अपराध संख्या 17/18 अवैध हथियार, गोली, नक्सली साहित्य रखने के मामले का आरोपी है।

फरार आरोपी पहले कई नकसली गतिविधियों में लिप्त रहा है। इस पूर्व नक्सली (Naxali) की  गिरफ्तारी के लिए पुलिस चिह्नित जगहों पर लगातार छापेमारी कर रही है।

धमकी देने के लिए आनंदी ने मृत व्यक्ति के नाम के सिम कार्ड इस्तेमाल किया। पुलिस ने इस मामले में सुमेश्वर यादव को हिरासत में ले लिया है। साथ ही कांड के मुख्य आरोपी आनंदी यादव की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है।

वापसी के दौरान दोपहर करीब दो बजे जवानों ने मुकरम जंगल में नाले के पास चार संदिग्ध व्यक्तियों को देखा। पुलिस को देखकर चारों संदिग्ध इधर-उधर छिपने व भागने की कोशिश करने लगे।

सुकमा जिले के भज्जी थाने के अंतर्गत सुकमा निवासी पूनेम हड़मा और दंतेवाड़ा निवासी धनीराम कश्यम खून से लथपथ गिरे हुये थे। नक्सलियों (Naxali) ने दोनों पुलिसकर्मियों की गर्दन काट दी थी

174वीं बटालियन के कमांडेंट डॉ प्रेमचंद ने कहा कि सारंडा में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने नक्सलियों (Naxalites) को भी अगाह करते हुए कहा कि नक्सली या तो सरेंडर करें या फिर परिणाम भुगतने को तैयार रहें।

नक्सली (Naxali) राम बाबू सहनी सीतामढ़ी, शिवहर व पूर्वी चंपारण जिले में दर्जनों नक्सली वारदातों में शामिल था। साव 2008 में शिवहर जिले के तरियानी छपरा में नक्सलियों ने राणा सिंह समेत चार लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी।

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