LAC

LAC बातचीत के बाद हुए समझौते पर अमल करते हुए डिसएंगेजमेंट के तहत भारत और चीन की सेनाएं पैंगोंग झील से पीछे हट गई हैं। अब खबर सामने आई है कि चीन अपने सैनिकों को पैंगोंग लेक (Pangong Tso) के पूर्वी छोर पर बसा रहा है।

भारत (India) और चीन (China) के बीच बीते कई महीनों से LAC पर चल रहे विवाद को खत्‍म करने के लिए दोनों देशों के बीच 20 फरवरी को 10वें दौर की सैन्‍य वार्ता हुई।

पैंगोंग झील (Pangong Tso) के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों की वापसी के बाद भारत और चीन के बीच आज दसवें दौर की बातचीत (India-China Commander Level Talk) शुरू हो गई है।

LAC के पास पैंगोंग लेक इलाके के उत्तरी एवं दक्षिणी छोर से सेनाओं के हटने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। सेना के सूत्रों ने 17 फरवरी देर शाम इस बात की पुष्टि की। हालांकि, दोनों पक्षों की तरफ से अब सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है, जो अगले दो दिनों के भीतर पूरी हो जाएगी।

बीते कुछ महीनों में भारत-चीन के बीच एलएसी (LAC) पर तनाव को लेकर लगातार खबरें आती रहीं। इस खबरों में पैंगोंग झील और फ‍िंगर-4 की चर्चा सबसे अधिक हुई।

LAC पर डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया तेजी से हो रही है। जानकारी के मुताबिक, दो दिनों में चीन की तरफ से एलएसी पर 200 से ज्‍यादा टैंक्‍स हटा लिए गए। बुधवार से दोनों देशों के बीच डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने 11 फरवरी को संसद में चीन के साथ समझौते का ऐलान किया। इसके बाद शाम को ही लद्दाख सीमा से सेनाओं के पीछे हटने की तस्वीरें भी सामने आ गईं।

भारत और चीन के बीच पैंगोंग झील (Pangong Tso) के उत्तरी एवं दक्षिणी किनारों पर सेनाओं के पीछे हटने का समझौता हो गया और दोनों देशों के सैनिक पीछे हटना शुरू हो गए हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने LAC के मसले पर जानकारी देते हुए 11 फरवरी को संसद में कहा कि बातचीत के दौरान भारत ने चीन के साथ सीमा विवाद को सुलझाने के लिए तीन सिद्धांतों को सुझाया है।

पूर्वी लद्दाख में पैंगॉन्ग झील (Pangong) के उत्तरी और दक्षिणी छोर पर तैनात भारत और चीन के अग्रिम पंक्ति के सैनिकों ने पीछे हटना शुरू कर दिया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 11 फरवरी को इसकी जानकारी राज्यसभा में दी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने 11 फरवरी को संसद (Parliament) के बजट सत्र (Budget Session) के दौरान राज्यसभा (Rajya Sabha) में चीन से जारी गतिरोध पर बयान दिया।

चीन (China) आए दिन भारत (India) के लिए नई-नई मुश्किलें खड़ी करता रहता है। सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत की परेशानी बढ़ाने के लिए ड्रैगन ने एक और चाल चली है। चीन ने भारतीय सीमा से सटे क्षेत्रों में वाईफाई सेवा का विस्तार कर दिया है।

चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसियों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में जानकारी प्राप्त करने के प्रयास में चीन की हरकतों का पता चला है।

भारतीय सेना (Indian Army) देश की रक्षा के लिए किसी भी हद तक गुजरने के तैयार रहती है। सेना के जवान किसी भी चुनौती का सामना कर भारत मां की रक्षा करते हैं। हर देशवासी को हमारे जवानों पर गर्व है और हमेशा रहेगा।

भारतीय सेना (Indian Army) के इंजीनियरों ने माहौल को देखते हुए LAC के पास श्योक नदी पर मात्र 3 दिन में पुल का निर्माण कर दिया।

लद्दाख में LAC पर तापमान लगातार गिर रहा है। फिलहाल यहां पारा -30 डिग्री तक पहुंच रहा है। हालात ये हैं कि पैगॉन्ग झील (Pangong Lake) का पानी भी ठंड में जमकर बर्फ बनने लगा है। हाड़ कंपाती ठंड से परेशान होकर चीन के सैनिक LAC पर पीछे हट गए हैं।

भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में तनाव जारी है। इस बीच चीन की तरफ से एक बड़ी खबर सामने आई है। चीन ने LAC से अपने 10 हजार सैनिकों को हटा लिया है।

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