Kargil War 1999

यह युद्ध (Kargil War) करीब 2 महीने तक चला था। युद्ध के दौरान कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले थे। इस युद्ध की कुछ खास तारीखें जिसे आपको जरूर जानना चाहिए।

Kargil War 1999: वह चाहते तो लखनऊ में हो रही नियुक्ति स्वीकार कर आराम से बिना किसी खास खतरे के काम कर सकते थे लेकिन उन्होंने खतरों को स्वीकार किया।

ऑपरेशन की सफलता के बाद पाकिस्तानियों के खिलाफ दूसरे ऑपरेशन में छाती पर गोली खाकर शहीद होने वाले बत्रा को सरकार ने सर्वोच्च वीरता पुरस्कार 'परमवीर चक्र' से सम्मानित किया गया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान को हराकर भारतीय सेना ने विश्व में अपना डंका बजाया था।

भारतीय सेना (Indian Army) के शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा (Vikram Batra) की लाइफ पर बनी सिद्धार्थ मल्होत्रा ​​(Siddharth Malhotra) की फिल्म 'शेरशाह' (Shershaah) आज यानी 12 अगस्त को रिलीज हो रही है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय वायुसेना ने बेहद ही अहम भूमिका निभाई थी।

Indian Army: उत्तरी कश्मीर का गुरेज इलाका सैनिकों के बलिदान और साहस का परिचय देता है। यह एक ऐसा इलाका है जहां पर हिमस्खलन का खतरा हमेशा बना रहता है।

Kargil War 1999: इस जंग में अहम भूमिका निभाई थी और टाइगर हिल फतह करने वाली टीम में शामिल थे। पर होनी को कुछ और मंजूर था।

Kargil War 1999: पाकिस्तान बड़ी प्लानिंग कर कश्मीर हड़पने आया था। वह अशांति फैलाने और भारतीय सेना को सीधे चुनौती देकर ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना चाहता था। 

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War 1999) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था।

इस मिसाइल के लेटेस्ट वर्जन के जरिए अगर सीमा से मिसाइल लॉन्च की जाए तो पाकिस्तान के कई शहर जद में आ जाएंगे। वहां तबाही का भारी मंजर देखने को मिलेगा।

पाकिस्तान हर बार झूठ बोलता है और ऐसा ही इस युद्ध के बाद किया था। पाकिस्तान ने शुरुआत में कहा था कि उसके सिर्फ 375 सैनिक मारे गए हैं।

पाकिस्तानी सेना के जवान कारगिल की सामरिक रूप से महत्वपूर्ण पहाड़ियों पर कब्जा जमाकर बैठ गए थे। केंगुर्से और उनकी टीम को चढ़ाई कर इन पोस्टों को दुश्मनों से वापस छीनना था।

कारगिल में पाक सैनिकों की घुसपैठ की सबसे पहले खबर देने वालों में जाट रेजिमेंट के शहीद कैप्टन सौरभ कालिया थे। 1999 में कारगिल में पाकिस्तानियों की घुसपैठ का पता कैप्टन सौरभ कालिया और उनकी टीम ने लगाया था।

पर्वतीय क्षेत्र लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच भी कई बार भिड़ंत हो चुकी है। इस दौरान भी भारतीय सेना ने अपना लोहा मनाया है।

22 ग्रेनेडियर बटालियन के नायक आलिम अली ने कारगिल युद्ध में जुबार हिल पर दुश्मनों से लोहा लिया था। उन्होंने इस युद्ध से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया है।

Kargil War: कारगिल युद्ध में राजपूताना राइफल्स की वीरता बेमिसाल रही थी। कारगिल युद्ध लड़ चुके पूर्व सैनिक दिनेश कुमार ने अपने अनुभव को साझा किया है।

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