Jharkhand Police

हालत यह हो गई है कि नक्सली संगठन के कई बड़े नाम या तो अपनी मांद में आज दुबकर बैठे हैं या फिर किसी ना किसी तरह सरेंडर करने की फिराक में हैं।

नक्सलियों के दिन लद गए हैं और इस बात का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि इस साल पिछले 5 महीने में सुरक्षा बलों ने 18 नक्सलियों को मार गिराया है।

ललिता जब ब्याह कर अपने ससुराल आई तो सब कुछ ठीक था। रवींद्र घर पर ही रहता था। दिन हंसी-खुशी गुजर रहे थे। बमुश्किल महीना भर ही गुजरा होगा कि एक दिन गंजू लापता हो गया। फिर करीब डेढ़ महीने बाद घर लौटा तो बताया कि पार्टी के काम के सिलसिले में गया था।

पुलिस-टीम में अब एक नया उपकरण जुडऩे जा रहा है। जो नक्सलियों के खात्मे के लिए मददगार साबित होगा। इस उपकरण का नाम है माइक्रो अन्मैन्ड एरियल व्हेकिल (यूएवी) है।

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