Jharkhand Police

गिरफ्तार तीनों नक्सलियों (Naxalites) में से एक के खिलाफ जिले के ही कर्ना थाने में मामला दर्ज है। 2018 में हुये नक्सल कांड के वांछित इस नक्सली को पुलिस काफी दिनों से ढूंढ रही थी।

सुरक्षाबलों ने संगइ लेवी वसूलने वाले तीन नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार किया जिनकी पहचान गुदड़ी के रमाय भैंसा, गुदड़ी के ही दामु बरजो और चाईबासा में गुदड़ी के ही मंगरा टुटी के रूप में की गयी है।

गुप्त सूचना मिली थी कि एक नक्सली हथियारों की सप्लाई के लिए पिंडीग की तरफ जा रहा है। इसी के आलोक में एक टीम बनाकर पुलिस ने नक्सली हिंदुवा होरो (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया है।

मृतक बोयराम लुगुन पालुहासा जंगल में चल रहे सरकारी काम के तहत एक ठेकेदार के लिए बतौर मुंशी काम कर रहे थे। माओवादियों (Maoists) ने उन्हें जंगल से बंधक बनाकर गोईलकेरा-चाईबासा मार्ग पर ले जाकर गोली मारी।

पिछले दिनों देश के मोस्ट वांटेड नक्सली प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा और उसकी पत्नी सहित चार नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद से संगठन में बिखराव की स्थिति देखने को मिल रही है।

पुलिस ने छानबीन के दौरान नक्सली बंधना टोपनो (Naxali Bandhana) को हथियार व गोलाबारूद के साथ सोगा पहाड़ी के जंगल से पकड़ा है। 

नक्सलियों के पास से पुलिस ने कोई हथियार व आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं की। लेकिन ये पिछले कई आपराधिक कांडों में वांछित हैं।

पिछले कुछ दिनों से नक्सलियों (Naxalites) का उत्पाद अपने चरम पर है। सेरेंगदाग थाना क्षेत्र में पुल और सड़क निर्माण में लगे मिक्सर मशीन और पानी टंकी को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया था।

गिरफ्तार नक्सलियों ने ही हाल ही में एक स्थानीय ठेकेदार पर हमला किया था और उससे 30 लाख रुपये की जबरन लेवी की मांग की थी। इन सभी के खिलाफ गुवा थाने में आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज है

नक्सलियों की तरफ से झारखंड समेत सभी नक्सल प्रभाविक राज्यों और जिलों में पोस्टर और बैनर्स लगाए जा रहे हैं। जिसमें इन दोनों नक्सली नेताओं को राजनीतिक बंदी का दर्जा दिया गया है।

नक्सलियों (Naxalites) ने रांची रेंज के आईजी अमोल बी होमकर और डीआईजी पंकज कंबोज की मौजूदगी में हथियार डाले।

झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) की कार्रवाई से नक्सली संगठन बैकफुट पर हैं। लेकिन नक्सली, गिरिडीह और धनबाद में एक बार फिर से कमजोर हो रहे संगठन को मजबूती देने में जुटे हुए हैं।

सूत्रों की मानें तो 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक के साथ 5 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया है और अपने साथियों के गुप्त ठिकानों की सूचनाएं दे रहे हैं।

पुलिस की ओर से जवाबी गोलीबारी होने पर टीएसपीसी के सभी नक्सली (Naxalites) फरार हो गये। मुठभेड़ आधे घंटे तक चली, इसमें दोनों तरफ से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ।

जनवरी 2020 से 31 जुलाई 2021 तक कुल 688 माओवादियों (Maoists) को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान पुलिस एनकाउंटर में 18 मारे भी गए और 25 ने पुलिस के सामने सरेंडर (Surrender) भी कर दिया।

एरिया कमांडर अनिल उरांव (Anil Oraon) ने झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण पुर्नवास नीति 'नई दिशा' से प्रेरित होकर सरेंडर किया।

एसएसपी के मुताबिक, इन लैंडमाइंस (Land Mines) और सड़क पर बिछाए गए तार को देखकर लग रहा है कि बीते 5 महीने पहले इसे बिछाया गया था। पुलिस पार्टी की कार्रवाई जारी है।

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