Jharkhand Assembly Election

Jharkhand Assembly Elections: झारखंड के डुमरी विधानसभा के अति उग्रवाद प्रभावित नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट में माओवादी नेता समर दा, चिराग उर्फ प्रमोद और शंकर उर्फ जीतू महतो के परिवार ने पूरे उत्साह के साथ 16 दिसंबर को लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होकर मतदान किया।

Jharkhand Assembly Elections 2019: झारखंड के पाकुड़ जिले के तीन विधानसभा सीटों पाकुड़, महेशपुर और लिट्टीपाड़ा पर 20 दिसंबर को मतदान होना है। जिला और पुलिस प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है।

झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Elections) के तीसरे चरण में 12 नवंबर को मतदान संपन्न हो गया। इस चरण में ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में भी मतदान हुआ, जहां एक ऐसी झलक देखने के मिली जिसने लोकतंत्र की आस्था को और मजबूत कर दिया।

इसी बात से लोकतंत्र की असली ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो कभी खुद चुनाव का बहिष्कार करता था, मतदान नहीं करने के लिए लोगों को डराता-धमकाता था, आज उसका पूरा परिवार चुनाव में वोट देने के लिए खड़ा है।

झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election 2019) के दौरान दहशत फैलाने की मंशा से नक्सलियों (Naxals) ने 7 दिसंबर की शाम खूंटी के अड़की और पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा में चुनाव संपन्न कराकर लौट रही पोलिंग पार्टियों पर हमला कर दिया।

झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची के बाहरी क्षेत्र में 8 नवंबर को आईईडी विस्फोट में दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला में नक्सलियों (Naxals) ने 6 दिसंबर की रात से विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए उपद्रव मचाना शुरू कर दिया था।

झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 7 दिसंबर को होनेवाले मतदान से ठीक पहले 6 दिसंबर की रात करीब साढ़े दस बजे नक्सलियों (Naxals) ने विस्फोट व फायरिंग कर दहशत फैलाने की कोशिश की।

चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है। देश के हर वयस्क नागरिक को चुनाव में मत देने का अधिकार है। हर जागरूक मतदाता कुछ आशा और एजेंडे पर वोट करता है।

सीआरपीएफ (CRPF) के लापता जवान प्रदीप कुमार पाल का 72 घंटों के बाद भी कोई सुराग नहीं मिल सका है। सुरक्षा एजेंसियां तलाशी में जुटी हैं। लेकिन अब तक कुछ सुराग हाथ नहीं लगा है।

अपराधियों में नक्सलियों की गतिविधियों पर विशेष नजर। विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) को देखते हुए दिन-रात पुलिस कर रही है गश्त।

झारखंड की राजधानी रांची के ग्रामीण इलाकों में कई माओवादी संगठन इन दिनों काफी सक्रिय हैं। इन इलाकों में टीपीसी, पीएलएफआई के उग्रवादी हर वक्त किसी हिंसा की साजिश रचने की फिराक में लगे रहते हैं।

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