Jammu Police

गिरफ्तार आतंकी सहयोगियों की पहचान आदिल अली निवासी आचन और आसिफ गुलजार निवासी हाजीदरपोरा के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की है।  

इस बैठक में जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के जमीनी हालात पर गौर करते हुए आगे की रणनीति तैयार की गई। जिसमें टारगेट किलिंग करने वाले हाइब्रिड आतंकियों के खिलाफ खास खुफिया तंत्र तैयार किए जाने का फैसला लिया गया।

गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि घाटी के लोगों को गुमराह किया जाता है। हमारी सरकार का प्रयास है कि कश्मीर का विकास देश के अन्य हिस्सों से अधिक हो।

किश्तवाड़ जिले के द्रबशल्ला ठथरी इलाके में सुरक्षाबलों के ज्वाइंट ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-E-Taiba) का एक आतंकी हिरासत में लिया गया था और उसके पास से भी एक हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ।

एनआईए ने जम्मू-कश्मीर और दिल्ली सहित अन्य कई बड़े शहरों में आतंकी हमले की साजिश रचने वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसी के तहत घाटी में 13 अक्तूबर को भी 16 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी।

सुरक्षाबलों ने एक पत्थर के नीचे दबाकर रखा गया पैकेट जब्त किया, जिसको खोलने पर लाइट मशीन गन के 25 कारतूस और एक जंग लगी मैग्जीन बरामद की गई। 

आईएसआई (ISI) ने आदेश दिया है कि हायरकी में नीचे के आतंकी हथियार नहीं खरीदेंगे सिर्फ टॉप आतंकी कमांडर या आईएसआई (ISI) ही आतंकवादियों (Militants) को हथियार मुहैया कराएगी।

आईएसआई ने ड्रोन के माध्यम से पंजाब और जम्मू–कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में हथियार भेजने की कोशिश की है‚ जिन्हें हाल ही में जम्मू–कश्मीर (Jammu Kashmir) में सुरक्षाबलों द्वारा मार गिराया गया था।

आतंकी एजाज अहंगर (Terrorist Aijaz Ahmad Ahangar) कई सालों तक घाटी में सक्रिय था और इस दौरान कई बार गिरफ्तार भी हुआ। लेकिन 1996 में कश्मीर में जेल से आखिरी बार छूटने के बाद से ही वह भूमिगत हो गया।

पुलिस गिरफ्त में आये इन दोनों आरोपियों की पहचान मोहम्मद शकील और मोहम्मद इल्यास के रूप में हुई है। ये दोनों कांगा भूती गांव के ही रहने वाले हैं।

जम्मू में बड़े आतंकी हमलों (Terror Attacks) को लेकर लगातार इनपुट मिल रहे हैं इसलिए यहां तलाशी अभियान के अलावा हर आने–जाने वाले पर पैनी निगाह रखी जा रही है।

सोमवार दोपहर करीब 3 बजे जम्मू रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित मंगल मार्केट में तब हड़कंप मच गया, जब सेना की वर्दी (Army Uniform)  पहने 2 लोगों के पीछे सेना (Indian Army) का एक जवान दौड़ने लगा।

अहमद पूर्व उप-मुख्यमंत्री मुजफ्फर बेग के भाई हैं और जेकेएपी के चीफ कोआर्डिनेटर हैं। इस आतंकी हमले में उनके परिवार में को किसी तरह की कोई क्षति नहीं पहुंची है।

बम निरोधक दस्ते की मदद से सभी आईईडी को तत्काल प्रभाव से निष्क्रिय कर दिया गया है। फिलहाल आईईडी रखने वाले आतंकियो की तलाश में सुरक्षाबलों की छापेमारी जारी है।

जम्मू संभाग के पुंछ जिले के जावेद खालिद, सोफी की बेटी के मंगेतर हैं और सोफी की करीबी मखदूमी ने एसएमसी चुनाव लड़ा था, लेकिन वह असफल रही थीं। सोफी एक पूर्व आतंकी है, जो एसएमसी में नौकरी पाने में कामयाब रहा।

पिछले सप्ताह भी लश्कर के आतंकियों (Militants) सहित घाटी में कई दहशतगर्दों का सफाया सुरक्षाबलों ने किया है। गौरतलब है कि सेना और सुरक्षाबलों की कार्रवाई से आतंकियों में खलबली मची हुई है।

पुलवामा शहर के मालिक पुरा इलाके के न्यू कॉलोनी में मंगलवार देर रात को ही स्थानीय पुलिस और 55 राष्ट्रीय रायफल के जवानों ने पूरे इलाके को घेर लिया था।

यह भी पढ़ें