Jammu kashmir

पुलिस ने बताया कि मारे गये दोनों आतंकी हक्कानी और शाह ने ही दो पाकिस्तानी आतंकी  उस्मान और सज्जाद उर्फ हैदर के साथ मिलकर पिछले साल घाटी में बीजेपी नेता वसीम बारी और उनके परिवार की हत्या की थी।

अगले सप्ताह किसी भी समय जम्मू-कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी (Jamaat-E-Islami) के आतंकियों और उनके समर्थकों के ठिकानों पर नए सिरे से छापेमारी की जाएगी।

मारे गये आतंकियों (Militants) के पास से पांच एकके 37 रायफल, सात पिस्तौल और दर्जनों हथगोले सहित बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, भारत-पाक की नगदी व अन्य जरूरी सामान जब्त किये गये।

इससे पहले सेवा से बर्खास्त किए गए लोगों में पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे और दागी पुलिस उपाधीक्षक दविन्दर सिंह शामिल थे।

सरहद पार पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर ऐसे पावरफुल मोबाइल टावर लगा रखे हैं‚ जिनके जरिये वहां का सिमकार्ड सरहदी भारतीय इलाके में भी आसानी से काम करता है।

आईएसआई (ISI) ने आदेश दिया है कि हायरकी में नीचे के आतंकी हथियार नहीं खरीदेंगे सिर्फ टॉप आतंकी कमांडर या आईएसआई (ISI) ही आतंकवादियों (Militants) को हथियार मुहैया कराएगी।

सरताज अहमद वानी को ‘सर्वश्रेष्ठ रंगरूट' घोषित किए जाने पर शेर–ए–कश्मीर स्वॉर्ड ऑफ ऑनर और त्रिवेणी सिंह मेडल दिया गया जबकि रंगरूट अमनदीप सिंह चिब को ‘गोलीबारी में सर्वश्रेष्ठ' रहने के लिए चेवांग रिनचेन मेडल दिया गया।

बांग्लादेश में स्थित जेएमबी के आतंकी शिविर में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को देखा गया था‚ जो आईएसआई (SI) के इशारे पर जेएमबी के आतंकियों (Terrorists) को प्रशिक्षण दे रहे हैं।

ऐसे आतंकी ग्रेनेड हमलों को अंजाम देते हैं और हमले के बाद मौके से भाग जाते हैं। कहा गया कि ओजीडब्लू और स्लीपर सेल की तरह ही यह आतंकी पार्टटाइम होते हैं‚ शेष समय में यह दूसरा काम धंधा करते हैं।

Arshid Ahmed: आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस सब इंस्पेक्टर अर्शीद अहमद ने जनता के दिल को झकझोर कर रख दिया है।

अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब होने के कारण ड्रोन के जरिए राजौरी में आतंकवादियों (Terrorists) को हथियारों की आपूर्ति हो रही है। ड्रोन से यहां हथियार गिराए जा चुके हैं।

आईएसआई ने ड्रोन के माध्यम से पंजाब और जम्मू–कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में हथियार भेजने की कोशिश की है‚ जिन्हें हाल ही में जम्मू–कश्मीर (Jammu Kashmir) में सुरक्षाबलों द्वारा मार गिराया गया था।

घाटी में आतंकियों के खिलाफ जारी कार्रवाई के बावजूद आतंकी गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग सकी है। इस आतंकी वारदात से इलाके में काफी गुस्सा है।

यह सर्च अभियान माजाकोट के बारोट गली में स्थित डोरी माल के जंगली इलाकों में चल रहा था। इसी दौरान जंगल में छुपे आतंकियों ने सर्च टीम के ऊपर फायरिंग शुरू कर दी।

केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को दोबारा से हवाई यात्रा सुविधा का लाभ दिए जाने की घोषणा की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बाबत इजाजत दे दी है।

जम्मू-कश्मीर में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सीआरपीएफ (CRPF) पूरी तरह से तैयार है, भले ही तालिबान के कब्जे में आए अमेरिकी हथियार आतंकियों (Terrorists) के हाथ लग जाएं।

अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद से दुनिया भर में आतंकवाद (Terrorism) का खतरा बढ़ गया है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।

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