Jammu kashmir

मुठभेड़ के दौरान फरार हुये दो आतंकियों (Terrorists) की तलाश के लिए पूरे इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। ये इलाका घनी आबादी और नेशनल हाइवे से सटा है,  इसलिए थोड़ी परेशानी हो रही है।  

कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सभी रैंकों जवानों के साथ बातचीत की और उभरते खतरे के मैट्रिक्स के प्रति व्यावसायिकता और परिचालन प्रतिक्रिया की सराहना की।

दो दिन पहले श्रीनगर में हुये ग्रेनेड धमाके में कार्रवाई करते हुये सुरक्षाबलों ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनमें से पहले संदिग्ध की पहचान खानयार निवासी मोहम्मद बारिक के तौर पर हुई है।

लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा कि निर्दोष नागरिक की मौत पर उनके परिवारवालों के प्रति मेरी संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।

ये आतंकी (Terrorists) अब घुसपैठ के लिए सैन्य टुकड़ियों में इस्तेमाल होने वाले कोड-वर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिनमें रोमियो, टैंगो, अल्फा और माइक जैसे शब्द शामिल हैं।

सीमा पार से घुसपैठ को रोकने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बारूदी सुरंगें बिछाई जाती हैं जो कभी-कभी बारिश से बह जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप ऐसी दुर्घटनाएं होती हैं।

सुरक्षाबलों ने भी एक आतंकी को मार गिराया है। जिसकी पहचान प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आंतकी अब्दुल कयूम डार के तौर पर हुई है और वह पुलवामा के लारू काकापोरा का रहने वाला था।

इस घटना के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में नाकेबंदी करके सघन चेकिंग शुरू कर दिया है। जल्द ही इस हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों (Militants) के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

श्रीगुफवाड़ा इलाके में पुलिस नाके पर तैनात जवानों ने एक बाइक पर सवार होकर जा रहे तीन लोगों को रोका। लेकिन ये तीनों पुलिस को देखते ही भागने लगे। जिन्हें मुस्तैद पुलिस ने दौड़ा कर दबोच लिया।

आतंकवादी मैक्सन के खिलाफ बांग्लादेश में हत्या और चोरी समेत कुल 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि शायद वर्ष 2019 में यह आतंकवादी पश्चिम बंगाल की सीमा में घुसा था।

गिरफ्तार आतंकी लश्कर के मुखौटा संगठन टीआरएफ के लिए काम करता था और सरहद पार बैठे आंतकी आकाओं के आदेश पर जिले में एक बार फिर स्थानीय आतंकवाद को पुनर्जीवित करने का काम कर रहा था।

मारे गये आतंकी की पहचान शोपियां जिले के बोंगाम निवासी मलिक उर्फ मूसा के रूप में हुई। वह वर्ष 2020 से ही प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम कर रहा था।

आईजीपी विजय कुमार ने बताया कि पुलवामा मुठभेड़ में मारे गये जैश के चार आतंकियों (Terrorists) में एक पाकिस्तानी आतंकी कफील उर्फ छोटू भी शामिल है।

मारा गया आतंकी लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन दी रेसिडेंस फ्रंट का सक्रिय सदस्य था। सुरक्षाबलों को उसके पास से एक एके-47 रायफल के अलावा अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।

फायरिंग की चपेट में आने से तीन सैन्यकर्मी और एक पुलिसकर्मी घायल हो गये। जिन्हें फौरन इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन गंभीर रूप से घायल पुलिसकर्मी रोहित चिब को बचाया नहीं जा सका और वह अस्पताल में ही शहीद हो गये।

हसनपोरा इलाके में करीब 8 घंटे चली सुरक्षाबलों और आतंकियों (Terrorists) के बीच मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी मार गिराये गये हैं। इस दौरान भारी संख्या में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।

घग्गर हिल और शोपियां में भी हो रही भारी बर्फबारी के बीच दो गर्भवती महिलाओँ को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। उनके परिजनों के सामने उन्हें कई किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंचाना सबसे बड़ी समस्या थी।

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