मिग-21 लड़ाकू विमान हुआ हादसे का शिकार, स्क्वाड्रन लीडर अभिनव चौधरी की हुई मौत
भारतीय वायु सेना के विमान मिग-21 के पायलट अभिनव चौधरी (Abhinav Choudhary) की मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
पंजाब: हादसे का शिकार हुआ भारतीय वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान, पायलट की हुई मौत
MIG 21: जिस समय से हादसा हुआ उस वक्त ये विमान रेगुलर ट्रेनिंग के तहत उड़ान भर रहा था। इस हादसे में स्क्वाड्रन लीडर अभिनव चौधरी की मौत हो गई है।
War of 1965: पहली बार जंग के मैदान में उतरी थी भारत और पाकिस्तान की वायुसेना, दुश्मनों का सबकुछ कर दिया था तहस-नहस
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 (War of 1965) में लड़े गए युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) की जांबाजी की मिसाल आज भी दी जाती है।
भारत-पाकिस्तान युद्ध के हीरो रहे स्क्वाड्रन लीडर अनिल भल्ला का कोरोना से निधन, दुश्मनों को दी थी करारी शिकस्त
पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा में स्थित सैनिक स्कूल से शिक्षा लेने के बाद भल्ला (Anil Bhalla) राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के 32वें बैच में शामिल हुए और 1968 में वायुसेना के फाइटर पायलट बने।
कोरोना के खिलाफ जंग में भारत की सेनाएं सबसे आगे, रक्षा मंत्रालय ने 400 रिटायर्ड डॉक्टरों की ज्वाइनिंग का आदेश दिया
रक्षा मंत्रालय के सशस्त्र बल और दूसरे विभाग कोविड-19 की लड़ाई में सबसे आगे रहे हैं। उन्होंने कोरोना वायरस (Coronavirus) मामलों की बढ़ती संख्या से निपटने में मदद करने के लिए कोविड अस्पतालों की स्थापना की है
पूर्व एयर मार्शल पी एम रामचंद्रन का निधन, भारत के लिए ‘पृथ्वी मिसाइल’ का किया था सफल परीक्षण
पीएम रामचंद्रन ने गोवा की मुक्ति आंदोलन में भी भाग लिया जहां उन्होंने एक पुर्तगाली गश्ती नौका को नष्ट कर दिया। उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
जनरल करियप्पा के सम्मान में मनाया जाता है हर साल ‘सेना दिवस, पाक सेना के जनरल इनका नाम सुनकर ही पीछे हट जाते थे
सेना दिवस के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष दिल्ली छावनी के करिअप्पा परेड ग्राउंड में परेड निकाली जाती है, जिसकी सलामी थल सेनाध्यक्ष लेते हैं।
भारतीय वायुसेना का मालवाहक विमान C-17 ग्लोबमास्टर बना देश के लिए वरदान, इस तरह बचा रहा जिंदगियां
कोरोना की वजह से देशभर में कोहराम मचा हुआ है। ऐसे में भारतीय वायुसेना के मालवाहक विमान सी-17 ग्लोबमास्टर भारत के लिए वरदान साबित हो रहे हैं।
कोरोना के खिलाफ जंग में एक साथ आईं भारतीय सेनाएं, ‘को-जीत’ नाम से शुरू किया अभियान
लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा‚ “को–जीत में ‘को' का अर्थ तीनों सेनाओं के सह कर्मियों से है जो आखिरकार कोरोना वायरस (Covid19) पर ‘जीत' (विजय) प्राप्त कर लेंगे।
1971 का युद्ध: शमशेर सिंह कक्कड़ ने सुरंग विस्फोट में अपना एक पैर गंवा दिया, फिर भी नहीं हारी हिम्मत
युद्ध के दौरान कर्नल अपनी टीम के साथ आगे बढ़ रहे थे। तभी उनका पैर बारूदी सुरंग के नीचे आ गया था। जैसे ही विस्फोट हुआ उनके एक पैर के चिथड़े उड़ गए थे।
Indian Air Force Recruitment 2021: वायुसेना में जाने का सुनहरा मौका, निकली बंपर भर्तियां
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल होने के इच्छुक युवाओं के लिए सुनहरा मौका है। भारतीय वायुसेना ने कई यूनिट्स में ग्रुप सी सिविलयन पदों पर नौकरी के लिए आवेदन मंगवाए हैं।
भारतीय वायुसेना की ताकत में होगा जबरदस्त इजाफा, आज मिलेंगे 3 राफेल लड़ाकू विमान
आज 3 राफेल (Rafale) विमान भारत पहुंचेंगे। विमानों की ये खेप फ्रांस से सीधे अंबाला एयरबेस पर लैंड करेगी। इनके आने से भारतीय वायुसेना ज्यादा ताकतवर बन जाएगी।
एयर कमोडोर जे एल भार्गव ने दुश्मनों से 12 घंटे तक छुपाई थी अपनी पहचान, पढ़ें इस युद्ध बंदी सैनिक की कहानी
पूर्व सैनिक, जो पिछले युद्धों में पाकिस्तान में युद्ध बंदी के रह चुके हैं। एयर कमोडोर जे एल भार्गव भी उन्हीं सैनिकों में एक हैं जो प्रिजनर ऑफ वॉर रह चुके हैं। वे 1971 के युद्ध में 1 साल तक पाकिस्तान में बंदी रहे थे।
इस महीने सरहद पर नहीं चली एक भी गोली, पिछले 5-6 सालों में पहली बार आया ऐसा मौका- सेना प्रमुख
जनरल नरवणे (MM Naravane) के अनुसार, हमारा मूल मुद्दा यह है कि उन्हें आतंकवाद को रोकने का समर्थन करना होगा। जब तक वे इसे नहीं रोकेंगे‚ चीजें सामान्य नहीं हो सकतीं।
भारतीय वायु सेना की ताकत में होगा जबरदस्त इजाफा, 4 दिनों में मिलेंगे 3 राफेल विमान
चीन और पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय वायु सेना खुद को लगातार मजबूत कर रही है। आने वाले 4 दिनों में भारतीय वायु सेना को 3 और राफेल विमान मिलने वाले हैं।
देश की पहली शहीद महिला अफसर किरण शेखावत, जानें इनके बारे में अहम बातें
भारतीय सेना के जवान देश की रक्षा के लिए किसी भी हद तक गुजरने के लिए तैयार रहते हैं। सेना में महिलाएं हों या फिर पुरुष, दोनों ने अपनी-अपनी योग्यता को साबित किया है। सेना में महिलाओं के जज्बे और पराक्रम का लोहा माना जाता रहा है।
कारगिल युद्ध की वो महिला सैनिक जिन्होंने जंग में दिया अहम योगदान
महिला जवान का नाम हैं गुंजन सक्सेना 1999 में गुंजन की पोस्टिंग 132 फॉरवर्ड एरिया कंट्रोल में की गई थी। उनकी उम्र तब मात्र 25 वर्ष थी।