india china face off

India China face off: गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच झड़प की खबरों को भारतीय सेना ने खारिज किया है। भारतीय सेना ने इस मुद्दे पर बयान जारी किया है।

जयशंकर (S. Jaishankar) ने बताया कि इस समझौतों में यह बताया गया था कि आप सीमा पर बड़ी सेना नहीं लायेंगे और वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान किया जायेगा और इसे बदलने का प्रयास नहीं होगा।

चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसियों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में जानकारी प्राप्त करने के प्रयास में चीन की हरकतों का पता चला है।

सीपीईसी के तहत चीन (China), पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को शिनजियांत प्रांत से जोड़ रहा है और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ये महत्वकांक्षी परियोजना (CPEC) का एक हिस्सा है।

भारत (India) और चीन (China) से चल रहे तनाव के बीच भारतीय कंपनियां चीन के खिलाफ खड़ी हो गई हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की सरकारी रिफाइनरी कंपनियों ने अब चीन से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है।

युद्ध की वजह थी नाथू ला में भारतीय सीमा से सटे इलाके में चीनी द्वारा गड्ढों की खुदाई। चीनी सैनिकों ने नाथू ला में सेना की चौकियों पर हमला कर दिया था।

वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने के लिए भारतीय और चीनी सेना के शीर्ष कमांडरों के बीच पांचवें दौर की बातचीत के दौरान भारत ने चीन को साफ शब्दों में कह दिया है कि वह देश की अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।

भारतीय वायु सेना ठंड के मौसम में भी एलएसी की निगरानी करेगी। वहीं भारतीय नौसेना हिन्द महासागर पर तैनात होकर भारतीय सीमाओं की रक्षा करेगी।

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