India China dispute

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर 12वें राउंड की बात हुई थी। इस बातचीत के बाद ही ये खबर सामने आई है कि दोनों देश गोगरा क्षेत्र में पीछे हटने को तैयार हैं।

भारत और चीन के बॉर्डर पर हालात अभी भी सामान्य नहीं हैं। इसका ताजा उदाहरण ये है कि भारत ने कम से कम 50 हजार सैनिकों को चीनी बॉर्डर के पास भेजा है।

LAC बातचीत के बाद हुए समझौते पर अमल करते हुए डिसएंगेजमेंट के तहत भारत और चीन की सेनाएं पैंगोंग झील से पीछे हट गई हैं। अब खबर सामने आई है कि चीन अपने सैनिकों को पैंगोंग लेक (Pangong Tso) के पूर्वी छोर पर बसा रहा है।

भारत (India) और चीन (China) के बीच बीते कई महीनों से LAC पर चल रहे विवाद को खत्‍म करने के लिए दोनों देशों के बीच 20 फरवरी को 10वें दौर की सैन्‍य वार्ता हुई।

India China Dispute: ये बैठक मोल्डो में हुई जो 20-21 फरवरी रात बजे खत्म हुई। सेना के सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में विवादित क्षेत्रों पर चर्चा हुई।

पैंगोंग झील (Pangong Tso) के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों की वापसी के बाद भारत और चीन के बीच आज दसवें दौर की बातचीत (India-China Commander Level Talk) शुरू हो गई है।

India China Dispute: मिली जानकारी के मुताबिक, चीन ने LAC पर रेजांग ला, रेचिन ला और मुखोसरी पर टैंक तैनात किए हैं। इन टैंकों की संख्या करीब 30 से 35 है।

भारतीय सेना (Indian Army) अपनी ताकत में इजाफा करने जा रही है। चीन के साथ जारी सीमा विवाद (India-China Standoff) के बीच सेना आधुनिक गश्ती नौकाओं को खरीदने जा रही है। इसके लिए प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया गया है।

भारत पहले ही साफ कर चुका है कि लद्दाख (Ladakh) में अतिक्रमण की साजिश की कोशिश करने वाले चीन को वो जल, थल और नभ तीनों मोर्चों पर मुंहतोड़ जवाब दे सकता है। लेकिन इसके बावजूद चीन साजिश से बाज नहीं आ रहा है।

भारत (India) और चीन (China) के बीच हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस बीच भारत ने अपने सभी एयरलाइंस से चीनी नागरिकों की भारत यात्रा पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है। सरकार ने अनौपचारिक तौर पर यह निर्देश दिए हैं।

इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन के तहत भारत एक जैसी सोच रखने वाले देशों को साथ ला रहा है, जिससे कि चीन (China) की विस्तारवादी नीतियों का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके।

सभी राष्ट्रीय राजमार्ग जो चीन की सीमा (China Border)  तक जाने के लिए फीडर सड़कों के रूप में हैं या राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए रणनीतिक महत्व रखते हैं, उन्हें 10 मीटर यानी 32 फीट से ज्यादा चौड़ा किया जाएगा।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) ने कहा है कि कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन ने यथास्थिति बदलने की कोशिश की है, लेकिन हमारे जवान सीमा की सुरक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

अधिकारी ने ये भी बताया कि मई में ही सेना को उन 6-7 जगहों की पहचान करने के लिए कहा गया था, जहां हम जा सकते थे।

चीन (China) अपनी चालबाजियों से बाज नहीं आ रहा। वह आए दिन भारत के लिए मुश्किल पैदा करने की फिराक में रहता है। लद्दाख के बाद अब चीन की नजर अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) पर है।

ग्लोबल टाइम्स के संपादक ने कहा कि पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में LAC पर जो चीनी सैनिक भटक गया था, उसे बुधवार को भारत ने चीन को सौंप दिया है।

India China Dispute: भारत-चीन के बीच लद्दाख में गतिरोध जारी है। लेकिन अब खबर सामने आ रही है कि लद्दाख में पड़ने वाली ठंड ने चीनी सेना के होश उड़ा दिए हैं।

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