India China Border Tension

चीन अब नेपाल के साथ मिलकर भारत के खिलाफ चाल चल रहा है। खबरों के मुताबिक, चीन ने पीपल्स लिब्रेशन ऑर्मी (PLA) की एक बटालियन को उत्तराखंड में लिपुलेख (Lipulekh Pass) पास के नजदीक तैनात किया है।

वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात सेना (Army) के चार डिवीजन को को वापस नहीं बुलाया जाएगा। सेना के सूत्रों की ओर से यह जानकारी दी गई। जानकारी के अनुसार, पूर्वी लद्दाख में तैनात सेना के चार डिवीजन को अभी वापस नहीं बुलाया जाएगा

सैटेलाइट इमेज से साफ पता चलता है कि चीन फिंगर-5 से फिंगर-8 तक अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है। इमेज में फिंगर-5 पर पीएलए द्वारा बनाए जा रहे आर्मी बेस का भी पता चला है।

भारत में चल रही चीनी कंपनियों की कई बड़े प्रोजेक्ट्स की डील को भारत ने कैंसिल कर दिया था। इससे तिलमिलाया चीन (China) अब भारत को गीदड़भभकी दे रहा है।

वो कहते हैं न कि कोई भी घटना सीख और तजुर्बा दोनों ही देती है। ऐसा ही कुछ भारत के साथ हुआ कारगिल युद्ध (Kargil War) में। वैसे तो हम 1999 का कारगिल युद्ध जीत गए थे, पर जीत के साथ ही भारत को उस युद्ध के दौरान कुछ सीख भी मिली थी।

LAC पर चीन से तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख में भारतीय नौसेना (Indian Navy) के P-8I निगरानी विमान लगातार मंडरा रहे हैं। इसके बाद अब समुद्री युद्धक विमान MiG-29K को भी अभियान पर तैनात करने की तैयारी चल रही है।

गलवान घाटी (Galwan Valley) में हिंसक झड़प के दौरान मारे गए अपने सैनिकों की पहचान करने के लिए चीन (China) तैयार नहीं है। चीन की सरकार गलवान घाटी में मारे गए अपने सैनिकों का अंतिम संस्कार करने से मना कर रही है।

If war breaks out Chinese won't find it like 1962. Indian leadership is mentally prepared and that's the difference. Xi must understand that world has changed since last war.

चीनी विशेषज्ञों की राय तो यही है कि चीन, भारत को लेकर यह धारणा पहले ही बना चुका है कि भारत अब अमेरिका के गुट में है। भारत के निर्गुट रहने से चीन के व्यवहार में कोई अंतर नहीं आने वाला।

लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, चीन (China) ने अपने सैनिकों को गलवान घाटी (Galwan Valley) में कम से कम एक किलोमीटर पीछे किया है।

लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के जवानों के बीच हुई हिंसक झड़प के 18 दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को लेह पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी यहां की स्थिति की समीक्षा करने के लिए इस दौरे पर गए हैं।

देश में काफी समय से Boycott China मुहिम चलाई जा रही थी। इसी कड़ी में भारत सरकार ने 59 चीनी मोबाइल ऐप्स को (59 Chinese Apps Ban In India) भारत में बैन कर दिया है। इन ऐप्स में सबसे बड़ा नाम है टिकटॉक (TikTok) का।

पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प की वजह को लेकर पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह (VK Singh) ने नया दावा किया है। वीके सिंह का कहना है कि चीनी सैनिकों के तंबू में अचानक लगी आग से हालात बिगड़े और सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई।

लद्दाख (Ladakh) के गलवान घाटी (Galwan Valley) में हुए विवाद के बाद चीन (China) को बड़ा झटका लगा है। सरकार ने चाइनीज कंपनियों से गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनाए जाने वाले महासेतु का प्रोजेक्ट छीन लिया है।

लद्दाख (Ladakh) में गलवान घाटी (Galwan Valley) में हुई हिंसक झड़प के बाद से ही भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है। इस बीच भारत ने नियंत्रण रेखा पर माउंटेन कार्प के एकीकृत बैटल ग्रुप (IBG) की तैनाती की है। आईबीजी (IBG) के जवान ऊंचे पहाड़ी इलाकों में युद्ध करने में पारंगत हैं।

यह जानना बेहद जरूरी है कि पाकिस्तान बैट (Border Action Team) आईएसआई (ISI), सेना व पाक रेंजर्स के बावजूद सरहद पर क्यों इस्तेमाल करती है? दरअसल बैट में पाकिस्तानी सेना के एनएसजी के कमांडो के अलावा कई दुर्दांत आतंकी होते हैं, जो कि सरहद पर आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए स्नाइपर राइफल से हमले करते और निशाना बना कर भाग जाते हैं।

सीमा पर हमारा एक जवान भी शहीद होता है तो देश के बच्चे-बच्चे का खून खौल उठता है। सारा देश एक साथ खड़ा हो जाता है, उस सैनिक और उसके परिवार के साथ। पर, कई देश ऐसे हैं जहां के सैनिकों को यह सम्मान नसीब नहीं होता।

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