India China Border Tension

चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। आए दिन उसकी किसी न किसी नापाक हरकत की खबर आती रहती है। LAC पर घुसपैठ की कोशिश के बाद चीनी सैनिकों ने एक और कायराना हरकत की है।

पिछले दिनों चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश के बाद भारतीय सेना (Indian Army) मुस्तैद हो गई है। Indian Army भी  फिंगर-4 के नजदीक पंहुच गई है।

मंत्रालय की जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसे इन मोबाइल ऐप (Chinese Apps) के गलत इस्तेमाल की शिकायत मिल रही थी। ये उपभोक्ताओं का डाटा चुराकर अवैध रूप से देश के बाहर भेज रहे थे।

भारत-चीन बॉर्डर (India China Border) पर हालात फिर से बिगड़ गए हैं। चीन मौका देखते ही अपनी चालबाजी दिखाने लगाता है। अब, लद्दाख (Ladakh) में जारी तनाव के बीच अन्य सीमाओं पर भी हलचल बढ़ गई है।

चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। बीते 15 जून को हुई झड़प के बाद एक तरफ चीन जहां पर शांति और बातचीत से विवाद सुलझाने की बात करता है तो दूसरी ओर चीनी सेना लद्दाख पर नजरें गड़ाए बैठी है।

भारत (India) और चीन (China) से चल रहे तनाव के बीच भारतीय कंपनियां चीन के खिलाफ खड़ी हो गई हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की सरकारी रिफाइनरी कंपनियों ने अब चीन से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है।

चीन का ये मिसाइल परीक्षण अमेरिकी विमानवाहकों को निशाना बनाने के लिए विकसित किया गया है जो चीन (China) के साथ संभावित संघर्ष में शामिल हो सकते हैं।

रूसी मूल के इग्ला एयर डिफेंस सिस्टम (Igla Missile) से लैस भारतीय सैनिकों को सीमा पर महत्वपूर्ण ऊंचाई पर तैनात किया गया है। वे दुश्मन देश के हवाई जहाजों के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने पर उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि लद्दाख में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा किए गए बदलावों से निपटने के लिए एक सैन्य विकल्प मौजूद है।

India China Border Clash: चीनी सैनिक पैंगोंग त्सो झील के पास फिंगर-5 के आसपास हैं और फिंगर 5 से फिंगर 8 तक पांच किलोमीटर से अधिक के इलाकों में ड्रैगन ने बड़ी संख्या में सैनिकों और उपकरणों को तैनात किया है।

चीन (China) ने एक बार फिर नेपाल के साथ मिलकर भारत के खिलाफ अपनी चालबाजी दिखाई है। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि लिपुलेख (Lipulekh) में चीन ने मिसाइल तैनात करने के लिए साइट का निर्माण शुरू कर दिया है।

अमेरिकी सीनेट में एक द्विदलीय प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें चीन द्वारा भारत के खिलाफ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैन्य आक्रामकता के उपयोग की निंदा करने और साथ ही एक राजनयिक समाधान का आह्वान किया गया।

Indian Army Chief ने कहा कि चीन के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए आक्रामक रुख अपनाया जाए। जब तक विवाद का संतोषजनक हल नहीं आता, तब तक पूरी सतर्कता बरती जाए।

रक्षा मंत्रालय ने 4 अगस्त को अपनी वेबसाइट पर एक डॉक्यूमेंट अपलोड किया है, जिसमें मंत्रालय ने स्वीकार किया है कि मई महीने से चीन लगातार LAC (Line of Actual Control) पर अपना अतिक्रमण बढ़ाता जा रहा है।

दोनों देशों के बीच तनाव कम करने और सैनिकों के पीछे हटने को लेकर रविवार को कोर कमांडर स्तर की वार्ता हुई थी।

2 अगस्त को भारत और चीन (India-China) के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता हुई थी।

वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने के लिए भारतीय और चीनी सेना के शीर्ष कमांडरों के बीच पांचवें दौर की बातचीत के दौरान भारत ने चीन को साफ शब्दों में कह दिया है कि वह देश की अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।

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