India China Border Tension

चीन (China) की ये मिसाइल 15000 किलोग्राम वजनी और 11 मीटर लंबी है, जो पारंपरिक विस्फोटकों के अलावा न्यूक्लियर वॉरहेड को भी लेकर जा सकती है। सरल भाषा में कहें तो यह मिसाइल परमाणु हमला करने में भी सक्षम है।

जयशंकर (S. Jaishankar)  ने कहा कि भारत ने पिछले 30 साल में चीन के साथ संबंध बनाए है और इस रिश्ते का आधार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अमन-चैन रहा है।

चीन को भारत के आंतरिक मामलों पर किसी भी तरह की बयानबाजी करने का हक नहीं है। अरुणाचल प्रदेश‚ लद्दाख (Ladakh) और जम्मू–कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा हैं।

भारत और चीन (India-China) के रिश्ते में एक बार फिर तनाव है। दोनों देशों के बीच यह तनाव उस समय चरम पर पहुंच गया, जब जून के महीने में गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुए हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों की मौत हो गई।

चीन (China) के लगातार बदले रुख के कारण अब भारत का उसपर ऐतबार भी नहीं कर रहा है। भारत को संदेह है कि अगर वो अपने सैनिक थोड़ा पीछे कर भी ले तो क्या चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) फिंगर 8 तक सीमित रहेगी।

इस बातचीत के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है‚ लेकिन सूत्रों ने कहा कि एजेंड़ा विवाद के सभी बिन्दुओं से सैनिकों की वापसी के लिए एक प्रारूप को अंतिम रूप देने था।

पूर्वी लद्दाख में LAC पर बीते पांच महीनों से जारी तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो (Mike Pompeo) ने बड़ा खुलासा किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा है कि चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर 60,000 सैनिक तैनात किए हैं।

पोम्पियो (Mike Pompeo) ने सीमा पर तनाव को लेकर चीन के व्यवहार पर ना केवल फटकार लगाई बल्कि यह भी कहा कि बीजिंग क्वाड देशों के लिए खतरा बन गया है।

अमेरिकी एनएसए (US NSA)  के मुताबिक, चीन (China) की विस्तारवादी आक्रामकता ताइवान जलड़मरूमध्य में भी ऐसा ही है, जहां धमकाने के लिए जनमुक्ति सेना की नौसेना और वायुसेना लगातार सैन्य अभ्यास कर रही है।

चीन (China) की हरकतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। लद्दाख (Ladakh) के बाद चीन ने अब पूर्वोत्‍तर भारत  (India) में नया पैंतरा अपनाया है। चीन (China) अरुणाचल प्रदेश में वास्‍तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर आम नागरिकों की आवाजाही को बढ़ा द‍िया है।

निर्भय मिसाइल (Nirbhay Missile) को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने पूर्णतया अपने दम पर बनाया है। इस मिसाइल में धीमी गति से आगे बढ़ने,  बेहतरीन नियंत्रण व दिशा-निर्देशन, सटीक परिणाम देने तथा रडारों से बच निकलने की क्षमता है।

चीन और पाकिस्तान (China Pakistan) के साझा प्रयास से बन रहे मिसाइल कंस्ट्रक्शन साइट्स पर करीब 120 पाक सैनिक (Pakistan Army) और 25-40 आम लोगों की मौजूदगी है। मिसाइल साइट्स का कंट्रोलिंग सेंटर  ब्देल बाग में बनाने की संभावना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो लद्दाख जाने का अचानक प्लान बना, वह डोभाल (Ajit Doval) की रणनीति का हिस्सा था। डोभाल के प्लान की वजह से ही किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी थी।

दोनों देशों ने मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में भारत–म्यांमार (India-Myanmar) सीमा को चीन समर्थित भारतीय विद्रोहियों और मादक पदार्थों के तस्करों को रोकने के लिए सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 3 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में अटल टनल (Atal Tunnel) का उद्घाटन किया। इस टनल के उद्घाटन के साथ ही चीन (China) को एक बार फिर मिर्ची लगी है।

भारत और चीन के बीच LAC पर जारी के तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख में भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। लद्दाख सेक्टर में इंडियन आर्मी (Indian Army) और वायुसेना (Indian Air Force) दिन रात दुश्मनों पर नजर गड़ाए हुए हैं।

गलवान झड़प के शहीदों को समर्पित ये स्मारक (War Memorial) श्योक-दौलत बेग ओल्डी रास्ते पर निर्मित है। जहां पर भारतीय सेना के सभी 20 शहीद जवानों के नाम अंकित हैं।

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