Hindi Patrakarita Diwas: पत्रकारिता के महत्व को बरकरार रखना है मौजूदा समय की दरकार
Hindi Patrakarita Diwas: स्वतंत्रता संग्राम से लेकर अब तक हिन्दी पत्रकारिता ने एक लम्बा सफर तय किया है। पहली बार जब पंडित युगल किशोर शुक्ल ने ‘उदन्त मार्तण्ड’ को रूप दिया, तब किसी ने भी यह कल्पना नहीं की थी कि हिन्दी पत्रकारिता इतना लम्बा सफर तय करेगी।
आज ही के दिन प्रकाशित हुआ था हिंदी का पहला अखबार, जानिए इसके पीछे की कहानी…
पहली बार जब पंडित युगल किशोर शुक्ल ने 'उदन्त मार्तण्ड' को रूप दिया, तब किसी ने भी यह कल्पना नहीं की थी कि हिन्दी पत्रकारिता इतना लम्बा सफर तय करेगी। युगल किशोर शुक्ल ने काफ़ी दिनों तक 'उदन्त मार्तण्ड' को चलाया और पत्रकारिता करते रहे।