DRDO

सरकार अब रक्षा उत्पादन निर्यात प्रोत्साहन नीति 2020 के तहत वर्ष 2025 तक 35 हजार करोड़ रुपए के रक्षा उपकरणों के निर्यात (Export) को हासिल करने का लक्ष्य लेकर अपने निर्यात को बढ़ा रही है।

Smart Anti-Airfield Weapon Test: चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा पर चल रहे तनाव के बीच भारत लगातार अपनी रक्षा तैयारियों को मजबूत कर रहा है। इसके अलावा अब भारत का पूरा फोकस स्वदेशी हाईटेक उपकरणों पर है।

मेडिकल इमर्जेंसी की स्थिति में सुरक्षाबलों को तत्काल मदद पहुंचाने के लिए CRPF, DRDO और INMAS ने मिलकर एक खास बाइक एंबुलेंस (Bike Ambulance) तैयार किया है।

भारतीय सेना (Indian Army) की सहायता से डीआरडीओ (DRDO) द्वारा डेवलप की पिस्टल को सुरक्षाबलों में 9 मिमी पिस्तौल को रिप्लेस करने के लिए तैयार किया गया है। ये मशीन पिस्तौल इजरायल की उजी सीरीज की तोपों में इस्तेमाल होती है।

डीआरडीओ (DRDO) के प्रेस रिलिज में आगे कहा गया कि इनका निर्माण केंद्र की ‘मेक इन इंडिया'मिशन के तहत किया गया है। साथ ही इस पूरे प्रोजेक्ट की कॉस्टिंग डीआरडीओ व नौसेना (Indian Navy) ने मुहैया करवाई।

साल 2020 में भारत ने डिफेंस रिसर्च सेक्‍टर कई बड़ी सफलताएं हासिल की हैं। डीआरडीओ (DRDO) के वैज्ञानिकों ने रिकॉर्ड मिसाइलें टेस्‍ट की। साल 2020 में तीन दर्जन से भी ज्‍यादा मिसाइल्‍स का सफल परीक्षण हुआ।

भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। इस बीच भारतीय सेना को अपनी ताकत बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि चीनी सेना लगातार अपनी ताकत में इजाफा कर रही है।

DRDO का कहना है कि अगर उसे ऑर्डर मिले तो 18 से 24 महीनों में वह 200 से ज्यादा मेड इन इंडिया एडवांस टावर आर्टिलरी गन सिस्टम हॉवित्जर तैयार कर सकता है।

LAC पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम आकाश (Air Defense System Akash) और रूस निर्मित इगला मिसाइल (Igla missiles) का परीक्षण किया।

रक्षा के क्षेत्र में भारत हर दिन अपनी ताकत में इजाफा कर रहा है। इसके मद्देनजर भारतीय सेना को मिसाइलों से लैस किया जा रहा है। इस कड़ी में भारत ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos) के लैंड अटैक वर्जन का सफल परीक्षण कर लिया है।

देश की पहली स्वदेशी मिसाइल 'अस्त्र' (Astra) का परीक्षण जल्द ही लड़ाकू विमान तेजस से किया जाएगा। यह हवा से हवा में मार करने वाली और ध्वनि से चार गुना तेज रफ्तार वाली मिसाइल है।

भारत ने सुरक्षा के क्षेत्र में एक और बड़ी कामयाबी हासिल कर लिया है। राजस्थान के पोखरण में नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Nag anti-tank guided missile) का सफल परीक्षण किया गया।

चीन (China) के साथ जारी सीमा विवाद के बीच भारत अपना रक्षा शक्तियों को लगातार मजबूत करने में लगा हुआ है। चीन की चालबाजियों का जवाब देने के लिए भारत पूरी तरह तैयार है।

चीन (China) के साथ जारी तनाव के बीच भारत लगातार अपनी रक्षा शक्तियों को बढ़ा रहा है। चीन को हर मोर्चे पर मात देने के लिए भारत (India) पूरी तरह तैयार हो रहा है। भारत के वैज्ञानिकों की ओर से लगातार देश की शक्ति और तकनीक को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है।

भारत ने इस आधुनिक मिसाइल का परीक्षण ऐसे समय पर किया है जब एलएसी पर चीन के साथ तनाव चरम पर है। मौजूदा मिसाइलों के मुकाबले यह हल्का है और इस्तेमाल भी आसान है।

सेना (Indian Army) ने LAC पर एक ऐसी मिसाइल तैनात कर दी है जिसको अभी विधिवत रूप से सेना को सौंपा जाना है। डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित यह सबसोनिक क्रूज मिसाइल 1,000 किलोमीटर तक सटीक निशाना साधने में सक्षम है।

भारत ने विस्तारित रेंज ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos Missile) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जो 400 किमी से अधिक दूरी तक दुश्मन को ढेर कर सकती है। यह परीक्षण उड़ीसा के बालासोर में किया गया।

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