1962 का युद्ध: इन दो क्षेत्रों में चीनी सैनिकों की एंट्री से भड़क उठा था भारत, जानें क्या हुआ था तब
चीन-भारत के बीच एक लंबी सीमा है जो नेपाल और भूटान के के पास फैली हुई है। 1962 में चीनी सेना पूर्वी सीमा पर बर्मा और भूटान के बीच नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर पर थी।
War of 1962: चीन ने भारत पर हमला क्यों किया था? जानें युद्ध की अनसुनी बातें
साल 1950 के दौरान तिब्बत को लेकर भी चीन भारत के खिलाफ आक्रमक था लेकिन हिंदी-चीन भाई-भाई के नारे के चलते कभी ऐसा लगता नहीं था कि दोनों देशों में युद्ध होगा।
भारतीय सेना के इस शहीद के कपड़े आज भी होते हैं प्रेस, मिलता है प्रमोशन और छुट्टियां
चौबीस घंटे उनकी सेवा में भारतीय सेना के पांच जवान लगे रहते हैं। उनका बिस्तर लगाया जाता है। प्रमोशन और छुट्टियां उन्हें आज भी मिलते हैं।
1962 के युद्ध में शामिल हुए थे राधेश्याम तिवारी, अब बेटों से लेकर बहुएं तक फौज में शामिल
राधेश्याम तिवारी के बड़े बेटे साधूराम तिवारी एयर फोर्स से रिटायर्ट हैं। साधूराम बताते हैं कि मेरे भाई राजेश भी सेना से रिटायर्ड हैं। जबकि तीसरी पीढ़ी से धीरेंद्र तिवारी नेवी में लेफ्टिनेंट कमांडर से रिटायर हैं।
कोरोना के बाद चीन में एक और वायरस की दस्तक, 7 लोगों की मौत, तेजी से बढ़ रहा संक्रमण
पूर्वी चीन के अन्हुई प्रांत में 23 लोग संक्रमित हैं। वहीं जियांग्सू प्रांत में 37 से अधिक लोगों के संक्रमित होने की ख़बर है।