भारतीय सेना के इस शहीद के कपड़े आज भी होते हैं प्रेस, मिलता है प्रमोशन और छुट्टियां
चौबीस घंटे उनकी सेवा में भारतीय सेना के पांच जवान लगे रहते हैं। उनका बिस्तर लगाया जाता है। प्रमोशन और छुट्टियां उन्हें आज भी मिलते हैं।
1962 के युद्ध में शामिल हुए थे राधेश्याम तिवारी, अब बेटों से लेकर बहुएं तक फौज में शामिल
राधेश्याम तिवारी के बड़े बेटे साधूराम तिवारी एयर फोर्स से रिटायर्ट हैं। साधूराम बताते हैं कि मेरे भाई राजेश भी सेना से रिटायर्ड हैं। जबकि तीसरी पीढ़ी से धीरेंद्र तिवारी नेवी में लेफ्टिनेंट कमांडर से रिटायर हैं।
कोरोना के बाद चीन में एक और वायरस की दस्तक, 7 लोगों की मौत, तेजी से बढ़ रहा संक्रमण
पूर्वी चीन के अन्हुई प्रांत में 23 लोग संक्रमित हैं। वहीं जियांग्सू प्रांत में 37 से अधिक लोगों के संक्रमित होने की ख़बर है।