1962 का युद्ध: अक्साई चीन पर ड्रैगन ने कर लिया था कब्जा, जानें दोनों देशों के बीच किन जगहों पर है सीमा विवाद
India China Tension: हिमालय में करीब 14,000 फुट से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित 134 किलोमीटर लंबी पैंगोंग त्सो झील को लेकर भी दोनों देशों के बीच विवाद है।
चीन की सेना भी मानती है ब्रह्मोस का लोहा, जानें क्या होती है सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल
भारतीय सेना (Indian Army) के पास एक से बढ़कर एक घातक हथियार हैं। इन हथियारों का लोहा हमारे पड़ोसी देश भी मानते हैं। हवाई हमलों को सबसे घातक हमला माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कम समय में इसके जरिए भारी तबाही मचाई जा सकती है।
भारतीय सेना के खिलाफ खास भाले का इस्तेमाल करते हैं चीनी सैनिक, जानें क्या होता है ये
बीते साल जून में भारतीय सेना और चीनी सेना की भिड़ंत में हमारे 20 जवान शहीद हो गए थे। भारतीय सेना के खिलाफ चीनी सैनिक भाला और कांटेदार हथियार लेकर आए थे। इन हथियारों के वार ने हमारे वीर सपूत हमसे छिन लिए।
भारत-चीन सीमा पर हो चुकी है कई बार भिड़ंत, पर इस वजह से फायरिंग नहीं करते हमारे वीर सपूत
भारत और चीन के बीच सीमा पर कई बार भिड़ंत हो चुकी है। पिछले साल जून महीने में भी चीनी सेना ने भारतीय जवानों पर हमला कर दिया था जिसमें 20 सैनिक शहीद हो गए थे।
21 साल की उम्र में घर से भागकर फौज में भर्ती हुए थे 78 एलएनपी के आत्मासिंह, 1962 के युद्ध में दिखाया था अपना पराक्रम
भारत और चीन के बीच 1962 में युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में चीन ने भारत को हराया था। युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने अपनी जान की बाजी लगाकर दुश्मनों को पस्त करने की कोशिश की थी।
हमसे 8 गुना ज्यादा सैनिक लेकर जंग में उतरा था चीन, भारतीय जवानों ने छुड़ा दिए थे छक्के
भारत और चीन के बीच 1962 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में चीन को जीत मिली थी। 1962 में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद इतना बढ़ गया था कि हमारी सेना को युद्ध लड़ना पड़ा था।
…जब भारतीय सरजमीं में बंदूकों के साथ घातक हथियार लेकर पहुंचे चीनी सैनिक
भारत और चीन के बीच इस साल 15 जून की आधी रात को हिंसक झड़प हुई। चीन ने भारतीय सैनिकों पर धोखे से हमला किया था। भारतीय सरजमीं में घुसकर चीन ने हमारे सैनिकों पर हमला बोल दिया था। इस हमले में भारतीय सेना (Indian Army) के 20 जवान शहीद हो गए थे।
Indo-China War 1962: चीन ने किया था भारत के भरोसे का खून, युद्ध की वो बातें जो शायद आप नहीं जानते
भारत और चीन के बीच साल 1962 में भीषण युद्ध (Indo-China War 1962) लड़ा गया था। चीन ने इस युद्ध में भारत के खिलाफ एकतरफा जीत हासिल की थी। भारत युद्ध से पहले चीन को अपना करीबी दोस्त समझ रहा था, लेकिन वह दुश्मन निकला।
Indo-China War 1962: 12 हजार भारतीय सैनिकों ने किया था 80 हजार चीनियों कड़ा मुकाबला
भारत और चीन के बीच 1962 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। चीन हमेशा से भारत की जमीन पर अपना कब्जा जमाने की फिराक में रहता है। हिमालयी बॉर्डर पर चीन के साथ भारत का सीमा विवाद सालों से चला आ रहा है।
भारत की ताकत से घबराए चीन के रिटायर्ड जनरल, कहा- कभी भी हमारे देश में घुस सकते हैं भारतीय सैनिक
India China Faceoff: भारत-चीन के बीच विवाद जारी है। हालही में LAC पर चीन ने घुसपैठ की कोशिश भी की थी, ऐसे में भारतीय सैनिकों ने चीन को माकूल जवाब दिया था।
1962 का युद्ध: करीब एक महीने के युद्ध में चीन से हार गया था भारत, इतना हुआ था नुकसान!
1962 के युद्ध के दौरान चीनी सेना ने जगह-जगह पोस्ट और सड़क का निर्माण कर दिया था जिसके जवाब में भारतीय सेना ने भी पोस्ट बना ली थी।
1999 का युद्ध: लद्दाख के वीरों ने बर्फ से लदे पहाड़ पर बैठे दुश्मनों को चटाई थी धूल, जानें पूरी कहानी
कारगिल (Kargil war) दुनिया की सबसे ऊंचाई पर लड़ा गया युद्ध था। इसमें पाकिस्तान के धोखे का भारत ने ऐसा जवाब दिया जिसे यादकर दुश्मन देश आज भी कांप उठता है।
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चीनी सेना का उद्देश्य रेजांगला दर्रे पर कब्जा कर सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चुशूल गैरिसन का लेह से एकमात्र सड़क संपर्क तोड़ना था।