Chhattisgarh

नक्सल संगठन द्वारा शोषण से तंग आकर दो महिला नक्सलियों समेत 10 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्समर्पण करने वाले नक्सली अपने संगठन के नेताओं के शोषण एवं प्रताड़ना से तंग आ चुके थे। इसलिए आत्मसमर्पण करने का फैसला लिया। ये सभी नक्सली सुकमा जिले के कोंटा थाना में बालेंगतोंग गांव के रहने वाले थे।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में हुई एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने चार नक्सलियों को ढेर कर दिया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र के करकनगुड़ा गांव के पास के जंगल में 26 मार्च की सुबह लगभग छह बजे मुठभेड़ हुई, जिसमें चार नक्सली मारे गए।

छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में देसी पर्यटकों के पहुंचने से कम से कम नक्सल प्रभाव जैसे तर्क गले से नीचे नहीं उतरते। विदेशी पर्यटकों की बात करें तो पिछले पांच सालों में इनकी संख्या लगभग दुगनी हो गई है।

“हर रोज गिर कर भी मुकम्मल खड़े हैं, ऐ जिंदगी देख मेरे हौसले तुझसे भी बड़े हैं…” जी हां, कुछ...

एक तो हमारे समाज में शिक्षकों का दर्जा ऐसे ही भगवान से भी ऊंचा माना जाता है। इनका कर्म और धर्म ही है अज्ञान के अंधेरे को ज्ञान के आलोक से प्रकाशित करना। पर, मुश्किल हालात में, जान हथेली पर लेकर अपने छात्रों को शिक्षा और सुरक्षा दोनों मुहैया कराने वाले शिक्षक विरले ही मिलते हैं।

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