Chhattisgarh

सर्च के दौरान पुलिस दल ने नक्सली कोपाराम कडती उर्फ वीर सिंह को मासोड़ी गांव के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार माओवादी साल 2007 से नक्सली संगठन में जुड़कर कार्य कर रहा था।

देशभर में लोग लोकसभा चुनाव के नतीजों को जानने में व्यस्त थे। उसी वक्त सुरक्षाबल के जवान मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। इसी दौरान छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में उन्हें बड़ी सफलता हाथ लगी।

सरकार और प्रशासन की निरंतर कोशिशों के बाद आज नक्सल प्रभावित इलाकों की सूरत बदल गई है।

वह 13 अप्रैल, 2015 को चोलनार कैंप से किरन्दुल आ रहे पुलिस के वाहन पर बम विस्फोट करने और फायरिंग करने की घटना में शामिल थी। इसमें 5 जवान शहीद हुए थे।

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच 24 अप्रैल को मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ के बाद एक नक्सली को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार नक्सली की पहचान अर्जुन उर्फ पायकु बताई जा रही है। उसपर प्रशासन की तरफ से तीन लाख का ईनाम था।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। उसकी पहचान कुख्यात माओवादी शंकर उर्फ़ कमलू के रूप में हुई है। सरकार की ओर से उसके सिर पर पांच लाख का ईनाम था।

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले का अबूझमाड़। घनघोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र। आए दिन यहां नक्सली अपनी गतिविधियों को अंजाम देते रहते हैं। बाहर के लोग इस इलाके से गुजरने से भी कतराते हैं। नक्सलियों ने इसे लिबरेटेड ज़ोन घोषित कर रखा है।

18 अप्रैल की सुबह मतदान से ठीक पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पुलिस ने एनकाउंटर करके दो नक्सलियों को मार गिराया है। मुठभेड़ में नक्सली कमांडर वर्गीस भी मारा गया है। नक्सल कमांडर वर्गीस ने ही लैंडमाईन बिछाकर भाजपा विधायक मांडवी के काफिले पर धमाका किया था।

छत्तीसगढ़ में लोकसभा के पहले और दूसरे चरण के मतदान 11 अप्रैल और 18 अप्रैल को होने हैं। तीसरे चरण के मतदान 23 अप्रैल को होंगे। चुनाव आयोग ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के लिए तीनों चरण के मतदान अपने तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगे।

नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन ग्रीन हंट के दौरान 6 अप्रैल, 2010 को जो हुआ था, उसे कोई कैसे भूल सकता है। इस दिन कई सौ की संख्या में नक्सलियों ने हमला कर सीआरपीएफ के 76 जवानों को मौत के घाट उतार दिया था। इसे अब तक का सबसे बड़ा नक्सली हमला माना जाता है। उसमें 22 साल के जवान निर्वेश कुमार भी थे। इस हमले में वे शहीद हो गए थे। निर्वेश आगरा के चित्रहाट क्षेत्र के नौगंवा के रहने वाले थे।

नक्सली क्षेत्रों में रहने वाले लोग नक्सलियों से बिना खौफ खाए मताधिकार का प्रयोग करने लगभग 30 किलोमीटर पैदल चलकर भी जाते हैं। इनका ये जज़्बा नक्सलवाद और इसके समर्थकों के मुंह पर जोरदार तमाचा है। छत्तीसगढ़ के कांकेर लोकसभा क्षेत्र में आज भी कई गांव ऐसे हैं, जहां के मतदाता 90 किलोमीटर तक का सफर तय कर वोट डालने जाते हैं।

नक्सल संगठनों की दोहरी नीतियों से आजीज आकर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नौ नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्समर्पण कर दिया है। पुलिस के अनुसार, नक्सलियों बंजाम राजा, बंजाम आयता, मडकम सुला, किच्चे गंगा, मडकम मुक्का, बंजाम सोमडू, मडकम भीमा, पोज्जा उर्फ पोदिया और बण्डो केशा ने आत्मसमर्पण कर दिया है।

लोकसभा चुनाव से पहले नक्सली लगातार सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मानपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की होने वाली सभा से ठीक पहले नक्सलियों ने बम धमाके किए।

छत्तीसगढ़ के कांकेर में 4 अप्रैल को बीएसएफ और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ की जगह और आस-पास के इलाकों से 27 बम बरामद किए गए हैं। इनमें पांच किलोग्राम के 14 प्रेशर कुकर बम, छह तीर बम और पेट्रोल बम शामिल हैं

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में भोपाल के जवान हरीश चंद्र पाल शहीद हो गए थे। वह सीआरपीएफ की 211 वीं बटालियन में हवलदार थे।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित धमतरी जिले में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया, जबकि एक अन्य घायल हुआ है।

छत्तीसगढ़ के धमतरी पुलिस ने कुछ नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ये नक्सली लोकसभा चुनाव के दौरान जिले में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। पकड़े गए नक्सलियों में पांच लाख रूपए का इनामी नक्सली अजीत मोडियाम और उसका साथी रामसू कुंजाम शामिल है।

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