Chhattisgarh Naxals

नक्सलियों ने 11 मार्च को दंतेवाड़ा से एसआई ललित कश्यप और एक शिक्षक जयसिंह कुरेटी को अगवा कर लिया। आखिरकार, पुलिस का दबाव पड़ने के बाद 12 मार्च को नक्सलियों ने उन्हें रिहा कर दिया।

साउथ बस्तर डिवीजन के चेतना नाट्य मंडली के इंचार्ज मड़कम अर्जुन ने सुकमा जिला प्रशासन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। 18 साल तक नक्सली हिंसा में शामिल रहे अर्जुन पर 8 लाख रुपए का इनाम था।

खून-खराबा करने वाले नक्सलियों को अब विकास की चिंता सताने लगी है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में उन्होंने एक पर्चा जारी करके विकास के लिए 17 सूत्रीय मांग रखी है।

एक तो हमारे समाज में शिक्षकों का दर्जा ऐसे ही भगवान से भी ऊंचा माना जाता है। इनका कर्म और धर्म ही है अज्ञान के अंधेरे को ज्ञान के आलोक से प्रकाशित करना। पर, मुश्किल हालात में, जान हथेली पर लेकर अपने छात्रों को शिक्षा और सुरक्षा दोनों मुहैया कराने वाले शिक्षक विरले ही मिलते हैं।

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