Chhattisgarh

नक्सलियों (Naxalites) का दावा है कि मृतक हेमंत बंडी ने 2018 में मुठभेड़ से पहले नक्सलियों की गतिविधि की सूचना पुलिस को दी थी। हालांकि मृतक बंडी कई सालों से मानसिक बीमार था और अधिकांशत: घर पर ही रहता था।

पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर तथा शोषण, अत्याचार, भेदभाव और स्थानीय आदिवासियों के साथ होने वाली हिंसा से त्रस्त होकर 44 नक्सलियों (Naxalites) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया।

नक्सलियों (Naxalites) ने बीएसपी के कार्य में लगे कर्मचारियों को निशाना बनाते हुये सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे आईईडी ब्लास्ट किया। इस हमले में वहां काम करने वाले दो कर्मचारी घायल हो गये।

मारे गये नक्सलियो के पास से सुरक्षाबलों ने 12 बोर की 5 बंदूक और एक 303 राइफल मिली है। वहीं सूत्रों से ये भी सूचना मिली है कि मारे गये नक्सलियों में इनामी नक्सल कमांडर मधु के भी मारे जाने की खबर है।

इस हमले में घायल जवान को घटनास्थल से बाहर निकालकर नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक इलाज के लिए भेज दिया गया है। साथ ही हमलावरों की तलाश में सर्च अभियान जारी है।

दंतेवाड़ा जिले में ‘लोन वर्राटू (Lon Varratu)’ के तहत नक्सलियों की घर वापसी के लिए थाना, शिविरों और ग्राम पंचायत स्तर पर प्रयास किया जा रहा है।

ओरछा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गुदाड़ी गांव में नक्सलियों (Naxalites) ने दो ट्रैक्टर और एक जेसीबी मशीन में आग लगा दी।नक्सली वहां से भागने से पहले वाहन चालकों और उनके सहायकों का मोबाइल फोन भी छीन लिया।

मारी गई महिला नक्सलियों में से एक हिड़में मलांगीर एरिया कमेटी की सदस्य थी जबकि नक्सली पोज्जे नीलावाया इलाके में सक्रिय संगठन चेतना नाट्य मंडली की सदस्य थी।  

सरेंडर करने वाले नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ पुलिस टीम पर हमला, सड़कों और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और संगठन के सदस्यों के लिए भोजन की व्यवस्था करने का आरोप है। 

पुलिस को लंबे समय से भीमा की तलाश थी। लेकिन शुक्रवार को हुये एनकाउंटर (Naxal Encounter) में भीमा को मार गिराने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है

सुकमा के पुलिस अधिक्षक सुनील शर्मा ने भी गिरफ्तार नक्सली (Naxali) की पुष्टि करते हुये कहा कि सर्चिंग पर निकले सीआरपीए, एसटीएफ और डीआरजी की संयुक्त कार्रवाई में इस इनामी नक्सली को पकड़ा गया है।

गिरफ्तार नक्सलियों में 41 वर्षीय पंचायत कमेटी अध्यक्ष वेलकम मल्ला उर्फ मलैया, 40 वर्षीय मिलिशिया सेक्शन कमांडर माड़वी पोज्जा और दंडाकरण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष 41 वर्षीय गटपल्ली मुत्ता शामिल हैं।

छोटेडोंगर थाना क्षेत्र में डीआरजी की टीम गश्त कर रही थी। छानबीन के दौरान जब पुलिस टीम बहकेर गांव के जंगलों में घुसी ही थी तभी पहाड़ी पर छिपे नक्सलियों (Naxalites) ने पुलिसकर्मियों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।

मुठभेड़ में मारा गये नक्सली की पहचान 5 लाख रुपये के इनामी रमशु के तौर पर हुई है। जो कि संगठन के प्लाटुन नंबर 19 का सेक्शन कमांडर था। इसके पास से जवानों ने एक पिस्टल और कुछ विस्फोटक भी जब्त किया है।

सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के पास से बड़ी संख्या में हथियार और गोलाबारुद भी जब्त किया है। जिनमें 35 डेटोनेटर, 6 जिलेटिन की छड़ें, 2 आईईडी, बैटरियां, तार और अन्य सामग्रियां हैं।

सभी नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ आस-पास के थानों में कई मामले दर्ज हैं। ये वर्षों से नक्सल संगठन में सक्रिय थे और हत्या की कोशिश, सड़क तोड़ना, फिरौती, पुलिस टीम पर हमला और पोस्टर-बैनर चस्पा करने जैसे कई अपराधों में शामिल थे।

मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की छानबीन के दौरान डीआरजी के जवानों ने एक 12 बोर की बंदूक, दो देसी रिवाल्वर, एक मज्जल लोडिंग गन, दो आईईडी, तार, दवाएं, माओवादी साहित्य और अन्य दैनिक इस्तेमाल की वस्तुएं बरामद की हैं।

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