‘जब तक चिट्ठी पहुंचेगी, आपको आसमान से देख रहा होऊंगा’, कारगिल शहीद का आखिरी खत
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War) में भारतीय सेना (Indian Army) ने जबरदस्त जीत हासिल की थी। कारगिल का नाम सुनते ही भारतीय जवानों के बहादुरी के किस्से याद आते हैं।
छोटे भाई के साथ अरुण खेत्रपाल का घर देखने गए थे विजयंत थापर, बचपन से ही सेना से था खास लगाव
थापर (Captain Vijayant Thapar) का सेना के साथ लगाव कितना था इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि वे जब छोटे थे तो अपने छोटे भाई के साथ 'परमवीर चक्र' विजेता सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल का घर देखने गए थे।
Kargil War: …जब अचानक चट्टान की ओट से बाहर निकल विजयंत थापर ने एलएमजी चला रहे दुश्मन को किया ढेर
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध के दौरान कैप्टन विजयंत थापर (Captain Vijayant Thapar) ने बहादुरी की मिसाल पेश की थी। वह दुश्मनों पर कहर बनकर टूटे थे।
कारगिल युद्ध: वीर चक्र विजेता कैप्टन विजयंत थापर का आखिरी खत, शहीद होने से पहले कही थीं ये बातें
Captain Vijayant Thapar: भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए युद्ध में कैप्टन विजयंत थापर (Captain Vijayant Thapar) ने बेहद ही अहम भूमिका निभाई थी।