Bijapur

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। ताजा मामला बीजापुर का है। यहां सुरक्षाबलों ने 3 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। बीजापुर में जवानों ने 5 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।

घटना जांगला थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम की है। इस हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों (Naxalites) की भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने ली है।

Bijapur: सोनूराम की हत्या किसी धारदार हथियार से गला रेतकर की गई है। हैरानी की बात ये है कि हत्या के समय सोनूराम की पत्नी पास में ही सोई हुई थी।

एक नक्सली की पहचान 24 वर्षीय कोरसा मासे उर्फ शांति के रूप में हुई है, उस पर 8 लाख रुपए का इनाम था। वह नक्सली माड़ डिवीजन में कंपनी नंबर एक की सदस्य है।

मंगलवार को थाना गंगालूर से डीआरजी, एसटीएफ एवं कोबरा की संयुक्त टीम सावनार, कुरचोली, इतावर, लेण्ड्रा की ओर सर्च पर निकली थी।

दरअसल जेसीबी जियो फाइबर केबल बिछाने के काम में लगी थीं। लेकिन नक्सलियों को ये सब रास नहीं आ रहा था। इसलिए नक्सलियों ने इसे जला दिया।

बीजापुर में हुए IED ब्लास्ट में 2 नागरिकों के घायल होने की खबर सामने आई है। ये जानकारी बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने दी है।

मारे गए नक्सली पर एक लाख रुपए का इनाम था। मौके से हथियार भी बरामद हुए हैं। नक्सलियों से मुठभेड़ की पुष्टि एसपी कमल लोचन कश्यप ने की है।

बीजापुर पुलिस ने बताया कि मनकेली-गोरना मार्ग पर बारूदी सुरंग में विस्फोट होने से बम निरोधक दस्ते के जवान निर्मल कुमार शाह घायल हुए हैं।

नक्सलियों की पहचान जगरगुंडा सुकमा निवासी मुचाकी भीमा, मीडियम लखमा और माड़वी भीमे के रूप में हुई है। माड़वी प्लाटून नंबर 1 की सदस्य है।

राज्य में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच बीजापुर में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है।

बीजापुर जिले के पेद्दागेलूर में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है और सुरक्षाबलों के 2 जवान घायल हुए हैं।

बीजापुर में शुक्रवार सुबह सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ में एक नक्सली (Naxalite) मारा गया। नक्सली पर एक लाख रुपए का इनाम था। शव और हथियार बरामद कर लिए गए हैं।

नक्सलियों (Naxalites) ने गुरुवार रात अपने ही कमांडर को मार डाला है। नक्सलियों ने हत्या के बाद कमांडर का शव उनके परिजनों को सौंप दिया।

कोरसा ने मेडिकल की पढ़ाई नहीं की है लेकिन वह नक्सलियों (Naxalites) को इंजेक्शन लगाने, टांका लगाने और छोटी-मोटी बीमारियों की दवा देने की ट्रेनिंग देता था।

बीजापुर से 35 किमी दूर स्थित पुसनार और मेटापाल गांव में बीते 2 दिन पहले नक्सली (Naxalites) पहुंचे थे और दोनों गांवों से 26 ग्रामीणों का अपहरण कर लिया।

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