Shaheed Diwas: एक रात पहले ही अंग्रेजों ने इन तीन क्रांतिकारियों को दे दी थी फांसी
देश 23 मार्च का दिन शहीद दिवस (Shaheed Diwas) के रूप में मनाता है। इसी दिन भगत सिंह (Bhagat Singh) अपने साथियों सुखदेव (Sukhdev) और राजगुरु (Rajguru) के साथ हंसते हुए शहीद हो गए थे।
भगत सिंह के सहयोगी बटुकेश्वर दत्त, पूरे देश को इन पर नाज है
क्रांति की मशाल जिनके शौर्य और शहादत से जलती रही उनमें शहीद ए आजम भगत सिंह, अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद,...
बटुकेश्वर दत्त: वह क्रांतिकारी जिसने आजाद भारत में जी जिल्लत की जिंदगी
हाईस्कूल की पढ़ाई के लिए वो कानपुर आ गए। कानपुर शहर में ही उनकी मुलाकात चंद्रशेखर आजाद से हुई। उन दिनों चंद्रशेखर आजाद झांसी, कानपुर और इलाहाबाद के इलाकों में अपनी क्रांतिकारी गतिविधियां चला रहे थे।