Bastar

लाल आतंक (Red Terror) का गढ़ कहे जाने वाले बस्तर (Bastar) के नक्सल प्रभावित इलाकों (Naxal Area) में एक ऐसा दौर था जब यहां तक पहुंच पाना ही मुश्किल था। न सड़कें थीं, न कोई वाहन और ऊपर से नक्सलियों (Naxalites) का खौफ।

नक्सलियों (Naxalites) ने किरंदुल-भांसी स्टेशनों बीच नेरली ब्रिज में रेल पटरी को उखाड़ दिया था। यही वजह है कि इस ट्रेन को दक्षिण बस्तर से दूर किया गया है।

बस्तर के आईजी सुंदरराज पी का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि इन इलाकों में तेजी से विकास हो रहा है और अंदरूनी इलाकों को तेजी से मुख्यधारा में लाया जा रहा है

आईजी ने बताया कि नक्सली (Naxalites) दम भरते हैं कि उन्हें लोकल जनता का साथ मिला है, लेकिन अगर ऐसा है तो नक्सली क्यों आदिवासियों की हत्याएं कर रहे हैं।

कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह (Rakeshwar Singh Manhas) को नक्सलियों (Naxalites) के कब्जे से रिहा कराने में 90 साल के स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता धर्मपाल सैनी (Dharmpal Saini) की अहम भूमिका है।

कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह (Rakeshwar Singh Manhas) को नक्सलियों (Naxalites) के कब्जे से रिहा कराने में 90 साल के स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता धर्मपाल सैनी (Dharmpal Saini) की अहम भूमिका है।

साल 2017 में भी आरिफ एच शेख (IPS Arif H Sheikh) को पेंसिल्वेनिया में उनके अभियान आमचो बस्तर, आमचो पुलिस” के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया। आईएसीपी द्वारा दिए जाने वाले इस अवार्ड पर लगातार दो सालों से छत्तीसगढ़ पुलिस का कब्जा रहा।

दिल्ली में 19 फरवरी को हुए एक कार्यक्रम के दौरान सीआरपीएफ के महानिदेशक डॉ. एपी महेश्वरी (Dr. AP Maheshwari) ने CRPF कर्मियों और कर्तव्य निभाने के दौरान शहीद हुए जवानों के परिजनों को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया।

CRPF के डीजी डॉ. एपी महेश्वरी ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित मिनपा इलाके में नव-संचालित बेस को 'सर्वश्रेष्ठ अग्रिम अभियान बेस' के लिए प्रशस्ति पत्र सौंपा।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में हर क्षेत्र में बेहतरी के लिए लगातार काम हो रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क समेत सभी मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान दिया जा रहा है। इसी क्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग ने सराहनीय काम किया है।

ऐसे में बस्तर से सुरक्षाबल के जवानों का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जवान नक्सली एरिया में डांस करते दिखाई दे रहे हैं।

नक्सल प्रभावित बस्तर में एक 'विक्टिम रजिस्टर' (Victim Register) तैयार किया जा रहा है। इस रजिस्टर के जरिए पीड़ितों के दर्द का दस्तावेजीकरण हो रहा है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) का बहुप्रतीक्षित बस्तर(Bastar) दौरे की शुरूआत आज यानी 25 जनवरी से हो रही है। इस दौरान सीएम बस्तर को विभिन्न विकास कार्यों की सौगात देंगे।

Bastar: बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने साल 2020 की पुलिस की उपलब्धियां गिनाईं और पुलिस द्वारा शुरू किए गए नए अभियानों के संबंध में पत्रकारों को जानकारी दी।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में पुलिस और सुरक्षाबलों द्वारा लगातार चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन से प्रदेश में नक्सलियों का क्षेत्र सिमटता जा रहा है। राज्य से नक्सलवाद (Naxalism) के खात्मे के लिए केंद्र सरकार भी कमर कस चुकी है।

लाल आतंक के गढ़ बस्तर (Bastar) में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। आए दिन नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ की खबरें आती रहती हैं। सुरक्षाबलों को चकमा देने के लिए नक्सली नई-नई चालें भी चलते रहते हैं।

बस्तर (Bastar) को लोग वैसे तो छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में लाल आतंक के गढ़ के तौर पर जानते हैं। लेकिन इस इलाके की संस्कृति कितनी समृद्ध रही है, ये बात शायद बहुत कम लोग ही जानते हैं। यहां कि आदिवासी संस्कृति की पहचान देश ही नहीं विदेशों में भी है।

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