Afghanistan

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अफगानिस्तान के विभिन्न प्रांतों में पिछले 24 घंटों के दौरान 300 से ज्यादा तालिबानी आतंकी मारे गए हैं।

अमेरिकी सैनिकों (US Army) की अफगान से वापसी ने चीन की भी टेंशन बढ़ा दी है। उसे डर है कि इसके बाद अफगानिस्तान में फिर से आतंकवाद भड़क सकता है जिसका असर उसकी बीआरआई (BRI) परियोजना पर पड़ सकता है।

अफगानिस्तान (Afghanistan) में शांति प्रक्रिया से जुड़ी वार्ता में तालिबान, रूस, अमेरिका, ईरान, चीन और पाकिस्तान शामिल थे, लेकिन भारत को इससे दूर रखा गया।

सुरक्षा परिषद के अनुसार, ये जघन्य हमले प्रशासनिक व न्यायिक सेवा, मीडिया, स्वास्थ्य सेवा में कार्यरत लोगों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर किए जा रहे हैं।

पाकिस्तान (Pakistan) दुनिया भर में आतंक फैलाता है, ये सबको मालूम है। भारत के खिलाफ तो आतंकवाद (Terrorism) ही उसका सबसे बड़ा हथियार है। अब पाकिस्तान, अफगानिस्तान (Afghanistan) को तालिबानी आतंकियों के हाथों में सौंप देना चाहता है।

भारत (India) और अफगानिस्‍तान (Afghanistan) अपने रिश्‍तों को 'शहतूत डैम' (Shahtoot Dam) के जरिए और मजबूत बना रहे हैं। इस अहम प्रोजेक्‍ट पर समझौते के संबंध में दोनों देशों के राष्‍ट्राध्‍यक्षों ने भारत-अफगानिस्‍तान सम्‍मेलन में बातचीत की है।

अफगानिस्तान (Afghanistan) के कंधार (Kandahar) प्रांत में अफगानी सेना की ओर से की गई एक बड़ी कार्रवाई में 15 तालिबान आतंकवादी (Taliban Terrorists) मारे गए। साथ ही तीन अन्य घायल हो गए।

अफगानिस्तान (Afghanistan) में अलग-अलग जगहों पर हुए आतंकी हमलों (Terrorist Attack) में 6 जवानों समेत कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है।

पाकिस्तान (Pakistan) के बाद अब उसका करीबी दोस्त चीन (China) भी दुनियाभर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में है। दरअसल, अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) से 10 चीनी जासूस गिरफ्तार हुए हैं।

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बम धमाका हुआ है। इस बम धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई है और 20 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।

अधिकारियों का कहना है कि आतंकी हमला करने वाले लोग एक सैन्य गाड़ी को विस्फोटक से भरकर सैन्य अड्डे पर लाए, और उसमें विस्फोट कर दिया।

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