India Pakistan War 1971: लेफ्टिनेंट जनरल एच एस पनाग का ऐसा था अनुभव, पहले युद्धबंदी को भी इन्होंने ही पकड़ा था
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए भीषण युद्ध में लेफ्टिनेंट जनरल एच एस पनाग (H S Panag) ने भी हिस्सा लिया था। इस युद्ध में भारतीय सेना को जीत हासिल हुई थी। पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश का निर्माण हुआ था।
India Pakistan War 1971: भारतीय पायलट जेएल भार्गव ने साझा किया अनुभव
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध में भारतीय सैनिकों को युद्धबंदी बनाया गया था। युद्ध के दौरान इन युद्धबंदियों को बुरी तरह से प्रताड़ित किया गया था।
बीते 48 साल से सैनिक पति की बाट जोह रही पत्नी, पाकिस्तान है कि मानता नहीं
ऐसे करीब 54 जवान हैं जिन्हें पाकिस्तान ने अपनी कैद में रखा हुआ है। इन सैनिकों के परिवारों को आज भी यकीन है कि उनके परिवार के सदस्य पाकिस्तान की जेल में बंद हैं और एक न एक दिन वे वापस अपने वतन लौटेंगे।
India Pakistan War 1971: …जब ब्रिगेडियर चांदपुरी ने पीछे हटने से कर दिया था इनकार, कहा था- एक-एक जवान अंतिम सांस तक मुकाबला करेगा
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ भारतीय जवानों ने शौर्य का परिचय दिया था। पाकिस्तानी सेना को हराकर भारतीय जवानों ने दिखा दिया था कि भारत मां के खिलाफ नजर उठाने वालों के साथ क्या सलूक होता है।
Indian Air Force: पठानकोट वायुसेना स्टेशन की ये है अहमियत, साल 1965 के युद्ध में पाकिस्तानी सेना ने किया था हमला
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ हमारे सैनिकों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था। इससे पहले 1965 युद्ध के दौरान पठानकोट वायुसेना स्टेशन (Pathankot Air Base) पर पाकिस्तान ने हमला किया था।
India Pakistan War 1971: …जब Indian Air Force के तीन युद्धबंदी सैनिकों ने पाकिस्तानी जेल को तोड़ा और हो गए फरार, जानें कैसे
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध के दौरान तीन भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के जवान पाकिस्तानी जेल तोड़कर फरार हो गए थे। पाकिस्तानी स्वतंत्रता दिवस से महज एक दिन पहले ही इन सैनिकों ने इसे अंजाम दिया था।
कर्नल अनिल ए अथले ने 1971 के युद्ध में निभाई थी अहम भूमिका, युद्धबंदी बना पाकिस्तान ने दिखाया था असली चेहरा
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए भीषण युद्ध में कर्नल अनिल ए अथले (Colonel Anil A Athale) ने बहादुरी की मिसाल पेश की थी। भारतीय सेना (Indian Army) बेखौफ होकर दुश्मनों पर टूट पड़ने के लिए जानी जाती है।
एयर वाइस मार्शल आदिय विक्रम पेठिया, 5 महीनों तक पाकिस्तान में युद्धबंदी बनकर रहे
India Pakistan War 1971: भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना को शानदार जीत हासिल हुई थी। युद्ध के दौरान पाकिस्तान की कैद में कुछ भारतीय जवान युद्धबंदी बनकर रहे थे।
1971 का युद्ध: इस जवान ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर बरपाया था कहर, दुश्मनों को कर दिया था ढेर
उत्तर प्रदेश के हापुड़ स्थित सिंभावली क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर खुड़लिया निवासी जयभगवान सिंह चौधरी 1960 में वायुसेना में शामिल हुए थे।
1971 के युद्ध की तीन सबसे खूनी लड़ाईयां, Indian Army का बजा था डंका
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध के दौरान भारतीय सेना (Indian Army) ने तीन अहम ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इन ऑपरेशन के दम पर पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया गया था।
India Pakistan War 1971: भारत ने क्यों 93,000 पाकिस्तानी युद्धबंदियों को रिहा किया था?
सरेंडर करने के बाद भारत ने पाकिस्तान के इन जवानों को रिहा कर दिया था। पाकिस्तानी युद्धबंदियों को रिहा करने के पीछ राजनीतिक और आर्थिक कारण बताए जाते हैं।
1971 का युद्ध: पाकिस्तान के खिलाफ इन खतरनाक हथियारों का हुआ था इस्तेमाल, दुश्मन देश के निकल गए थे आंसू
किसी भी युद्ध में जीत और हार हथियारों पर निर्भर करती है। जिस सेना के पास जितने बढ़िया और मॉर्डन हथियार होंगे उसका पलड़ा उतना ही भारी होगा।
कश्मीर को कबायलियों से बचाने में ब्रिगेडियर राजेंद्र सिंह की भूमिका थी सबसे अहम, जानें कैसे
युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) कश्मीर की हिफाजत के लिए पाक सैनिकों और कबायलियों को नेस्तनाबूद कर दिया था। हमलों ने तत्कालीन राजा हरि सिंह की चिंताएं बढ़ा दी थीं।
मेजर सुभाष गुलेरी आज भी हैं पाकिस्तान की जेल में बंद, परिवार को है वतन वापसी की आस
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध के दौरान 9 जाट रेजीमेंट में तैनात मेजर सुभाष गुलेरी (Major Subhash Guleri) को युद्ध बंदी बना लिया गया था। परिवार को आज भी उनकी वतन वापसी का इंतजार है।
1971 के युद्ध में IAF ने की थी एयर स्ट्राइक, पाकिस्तान को हुआ था भारी नुकसान!
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) शानदार प्रदर्शन किया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हराकर ही हमारे सैनिकों ने राहत की सांस ली थी।
Arun Khetarpal: एक भी पाकिस्तानी टैंक पार नहीं जा पाया, जानें परिवार को कैसे मिली थी शहीद होने की खबर
भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को भारत ने धूल चटा दी थी। पाकिस्तान को एक पल भी ऐसा महसूस नहीं होने दिया गया था कि वो भारत के खिलाफ जीत भी सकता है।
…जब युद्ध में शामिल होने से पहले अरुण खेत्रपाल ने कहा- पाक को हरा लाहौर में गोल्फ खेलूंगा
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। इस युद्ध में यूं तो हमारे कई सैनिकों ने शौर्य का परिचय दिया लेकिन एक जवान ऐसे थे, जिनकी बहादुरी की मिसाल आज भी पेश की जाती है।