पैर लैंडमाइन पर पड़ा और तेज धमाका हुआ, युद्ध में ऑफिसर इयान कार्डोजो ने खुद को ऐसे संभाला
गोरखा रेजीमेंट के मेजर कार्डोजो के मुताबिक जंग के दौरान बारूदी सुरंग में ब्लास्ट हुआ था और एक पैर उड़ गया था। कुछ क्षण के लिए दिमाग सुन्न हो गया था।
War of 1971: 16 ग्रेनेडियर्स यूनिट में रहे सैनिक हरवीर सिंह का ऐसा था अनुभव, थेपुरा में फहराया था तिरंगा
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में हमारे वीर सपूतों ने दुश्मनों को भगा-भगाकर मारा था। युद्ध में एक वक्त ऐसा आया जब पाकिस्तानी सेना के 93 हजार सैनिकों ने सरेंडर कर हार स्वीकार की थी।
पाकिस्तानी सैनिकों से लोहा लेने वाले जांबाज कर्नल अशोक कुमार तारा, बचाई थी प्रधानमंत्री शेख हसीना की जान
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) की जीत के साथ ही बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश के रूप में विश्व के नक्शे पर आया था।
1971 का युद्ध: गोली लगने पर घायल हो गए थे सेवानिवृत्त कर्नल पीके सूद, ऐसा था इनका अनुभव
सेवानिवृत्त कर्नल पीके सूद ने जंग के मैदान में गोली खाकर देश की रक्षा की थी। सूद ने दिखा दिया था कि वे गोली खा सकते हैं पर भारत का सिर नहीं झुकने दे सकते।
1971 का युद्ध: मुक्तिवाहिनी इस तरह करती थी भारतीय सेना की मदद, बांग्लादेश की आजादी में निभाई अहम भूमिका
सेना (Indian Army) के वीर सपूतों ने दुश्मनों को भगा-भगाकर मारा था। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना के 93 हजार सैनिकों ने सरेंडर किया था।
1971 का युद्ध: …जब सरेंडर के पेपर लेकर ढाका पहुंच गए थे जनरल जेएफआर जैकब
पाकिस्तानी सेना के 26 हजार जवान वहां पाकिस्तान के जनरल एके नियाजी के नेतृत्व में सरेंडर को तैयार थे। हालांकि इसके बाद यह संख्या 93 हजार के पास हो गई थी।
India Pakistan War 1971: सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की मां को बेटे पर है गर्व, कहती हैं- ‘जंग में चीते की तरह लड़ा’
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तान (Pakistan) को इस युद्ध में वो सबक सिखाया गया था, जिसे यादकर वह आज भी कांप उठता होगा। इस युद्ध में जीत के साथ ही पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) पाकिस्तान से अलग हो गया था।
छुट्टी के बीच बिन बुलाए ही दुश्मनों से लोहा लेने पहुंच गए थे सूबेदार सेवाराम, परिवार ने आज भी सहेज रखी हैं उनकी यादें
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने दुश्मनों को बुरी तरह से खदेड़ा था। हमारे वीर सपूतों ने सरहदों पर हमेशा अपने खून से जमीन को सींचा है। इस युद्ध में जीत के लिए हमारे जवान किसी भी हद तक गुजर गए थे।
India Pakistan War 1971: इस तरह जीत की ओर बढ़ता गया भारत, पाकिस्तान को पटखनी देने के बाद लगे थे नारे
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) ने जबरदस्त प्रहार कर दुश्मनों को नेस्तनाबूद किया था। पाकिस्तानी सेना हर मोर्चे पर विफल साबित हुई थी।
War of 1971: BSF के पूर्व जवान कश्मीर सिंह की जांबाजी, मामूली एमएमजी से चटा दी थी दुश्मनों को धूल
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में हमारे वीर सपूतों ने पाकिस्तानी सेना के जवानों को हर मोर्चे पर विफल साबित किया था। पाकिस्तान सेना के 93 हजार सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर कर अपनी हार को स्वीकार किया था।
India Pakistan War 1971: …जब पाकिस्तान ने पूरी दुनिया के सामने अपनी नाक कटवाई
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) ने बांग्लादेश को आजाद करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। पाकिस्तान को हर मोर्चे पर विफल साबित किया गया था।
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Kargil War 1999: वीरेंद्र सिंह पत्नी गायत्री देवी और डेढ़ वर्षीय पुत्री ज्योति और तीन वर्षीय पुत्र चंद्रभान सिंह को छोड़कर इस दुनिया को अलविदा कह गए थे।
बांग्लादेश को पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जानती थी दुनिया, Indian Army के पराक्रम से हुआ था आजाद
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। युद्ध में पाकिस्तानी सेना को हराने के साथ ही बांग्लादेश का गठन हुआ था।
Vijay Diwas 2020: 1971 के युद्ध में भारत ने दर्ज की थी ऐतिहासिक जीत, पाकिस्तान को 13 दिनों में ही चटा दी थी धूल
Vijay Diwas: साल 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध (India-Pakistan War) हुआ था। इस युद्ध में भारत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी और पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बना था। पाकिस्तान के 93,000 सैनिकों ने भारतीय सेना (Indian Army) के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
Vijay Diwas 2020: …जब पायलट के विमान से निकलने लगीं आग की लपटें, ऐसा था साथी जवानों का रिएक्शन
India Pakistan War 1971: भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के वीर सपूतों ने अपनी अलग ही छाप छोड़ी थी। पाकिस्तानी सेना को हराने के लिए भारतीय पायलट किसी भी हद तक गुजर गए थे।
Vijay Diwas 2020: जमीन पर गिरते ही टूट गई थी रीढ़ की हड्डी, पाकिस्तानी सेना की कैद में ऐसा था अनुभव
कैद में आने के बाद उनका सबसे पहले इलाज करवाया गया और इसके बाद जेल में डाल दिया गया। उन दिनों को याद करते हुए नंदा (Nanda Cariappa) ने 2015 में आउटलुक के लिए एक लेख लिखा था।
Vijay Diwas 2020: साल 1971 से पाकिस्तान की कैद में हैं लांस नायक मंगल सिंह, 49 साल बाद मिली जिंदा होने की खबर
साल 1971 की जंग में भारत को जीत मिली थी और पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश का निर्माण हुआ था। इस युद्ध में पाकिस्तान ने भारतीय सेना (Indian Army) के सामने सरेंडर किया था। पर, कई भारतीय सैनिक पाकिस्तान की कैद में भी गए थे। उन्हीं में से एक हैं मंगल सिंह (Lance Naik Mangal Singh)।