War of 1971: अमेरिका और चीन ने भी नहीं दिया था पाकिस्तान का साथ, भारत ने दुश्मन देश को ऐसे घेरा
अमेरिका पाकिस्तान का साथ देने के लिए साफ इनकार कर चुका था, ऐसे में पाकिस्तान को चीन की याद आई। पाकिस्तान ने चीन से युद्ध में मदद देने के लिए कहा।
सियाचिन हिमखंड पर भारत और पाक सैनिकों के बीच हुई थी भिड़ंत, जानें पूरा मामला
Indian Army: दुनिया के सबसे ठंडे युद्धक्षेत्र सियाचिन में तापमान माइनस 40 से 70 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। आम इंसान का यहां जीना मुश्किल होता है।
War of 1971: लेफ्टिनेंट जनरल जैकब की ‘वॉर ऑफ मूवमेंट’ की कुशल रणनीति में थी अहम भूमिका, दुश्मन पर पड़े थे भारी
युद्ध में पाक लेफ्टिनेंट जनरल नियाजी के पास सिर्फ ढाका में ही 26400 सैनिक थे, जबकि जैकब सिर्फ 3000 सैनिक लेकर भारी पड़े थे।
War of 1971: कर्नल अशोक तारा ने बचाई थी बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना की जान, जानें कैसे
पाकिस्तान के घुटने टेकने के बाद कर्नल अशोक तारा को जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि उन्हें बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की पत्नी और उनके परिवार को बचाना है।
1971 का युद्ध: भारत की जीत के ये थे मुख्य कारण, पाकिस्तान को हुआ था भारी नुकसान
युद्ध में जीत के लिए सैन्य बल के अलावा अन्य कई कारक महत्वपूर्ण होते हैं इस युद्ध में भी सभी काम आए। बाकी का काम Indian Army ने कर दिया था।
War of 1971: दुनिया ने देखा था Indian Army के सामने Pak सेना के 93 हजार जवानों के घुटने टेकने का मंजर
खचाखच भरे रेसको र्स स्टेडियम में ढाका की जनता इस ऐतिहासिक दृश्य को अपनी आंखों से देख रही थी। भारतीय सेना ने मुक्तिवाहिनी के साथ मिलकर पाकिस्तान को हराया था।
1971 का युद्ध: पूर्वी पाकिस्तान में पाक फौज करती थी आम नागरिकों का दमन, भारतीय सेना ने ऐसे सिखाया था सबक
पूर्वी पाक में लोग परेशान थे और भारत की तरफ कूच कर रहे थे। भारत में शरणार्थी संकट बढ़ता ही जा रहा था। लिहाजा पाक के साथ दिसंबर 1971 में युद्ध छिड़ गया।
War of 1971: …जब भारतीय सेना ने ढींगे हांकने वाली पाक सेना के 90 हजार सैनिकों को बनाया बंदी
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध (War of 1971) लड़ा गया था। यह युद्ध बांग्लादेश (पूर्वी पाकिस्तान) की आजादी के लिए लड़ा गया था। युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था।
War of 1971: हमारे 54 सैनिक अब भी पाकिस्तानी जेलों में हैं बंद, इसमें 30 सैनिक थल सेना के और 24 वायु सेना से
War of 1971: सैनिकों के परिवारों को आज भी अपनों का इंतजार है। सालों से इसी उम्मीद में परिवार राह देख रहा है कि एक दिन उनका अपना लौट कर आएगा।
1971 की जंग: इन वजहों से शुरू हुई थी भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी
पूर्वी पाकिस्तान (Pakistan) में रेप, लूट, हत्याएं होने लगी तो लोग भारत में शरणार्थी बनकर पश्चिम बंगाल, असम में आकर बसने लगे थे। एक करोड़ से ज्यादा पूर्वी पाकिस्तान के लोग भारत में घुस चुके थे।
1971 का युद्ध: लाहौर, कराची और रावलपिंडी एयरबेस से PAK युद्धक विमान भरते थे उड़ान, Indian Army के सैनिक L-70 हथियार से लगाते थे इनपर निशाना
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को हराने के लिए हर मोर्चे पर भारतीय सेना (Indian Army) ने शानदार प्रदर्शन किया था।
1971 की जंग: जनरल मानेकशॉ ने एक हफ्ते के भीतर पाकिस्तान को खत्म करने का किया था वादा
सेना ने इस युद्ध में ऐसा पराक्रम दिखाया था जिसके चलते सिर्फ 13 दिन में ही यह जंग खत्म हो गई थी। इस जंग में 91000 पाक युद्धबंदी कैद कर भारत लाए गए थे।
1971 की जंग: वाइस एयर मार्शल चंदन सिंह राठौड़ की बहादुरी की कहानी, ऐसे सीमा पर मचाया था कहर
War of 1971: वाइस एयर मार्शल चंदन सिंह राठौड़ वे शख्स थे जिन्होंने सेना की दो कंपनियों को एक रात में ही मेघना नदी के पार उतार कर इतिहास रच दिया था।
War of 1971: जानें युद्ध का पूरा घटनाक्रम, भारत और पाकिस्तान के इतने सैनिकों ने लिया था हिस्सा
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध (War of 1971) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया गया था। यह युद्ध पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ा गया था।
War of 1971: बांग्लादेश की आजादी के लिए पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सैनिकों ने ऐसे दिखाया था पराक्रम
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ भारतीय सेना का शौर्य बेहद ही शानदार था। भारतीय वीर सपूतों ने दुश्मनों को बुरी तरह से नेस्तनाबुद कर दिया था।
War of 1971: रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल आदित्य विक्रम पेठिया का ऐसा था अनुभव, अब भी शहीद होने की रखते हैं चाह
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल आदित्य विक्रम पेठिया (Aditya Vikram Pethia) ने भी हिस्सा लिया था।
War of 1971: 54 युद्ध बंदियों के इंतजार में आज भी सजाया जाता है यह डाइनिंग टेबल, जानें पूरी कहानी
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध (War of 1971) के दौरान पाकिस्तान ने हमारे 54 सैनिकों को युद्ध बंदी बना लिया था। पाकिस्तान आज तक यह बात स्वीकार नहीं करता, लेकिन हमारे पास इसके पर्याप्त सबूत हैं।