बिहार के नक्सली झारखंड में क्यों करना चाहते हैं सरेंडर? नक्सलियों को क्यों रास नहीं आता ये राज्य

बिहार के नक्सली बिहार में सरेंडर नहीं करना चाहते बल्कि उन्हें झारखंड में सरेंडर करना ज्यादा रास आता है। इसके पीछे की वजह भी दिलचस्प है।

Naxalites

File Photo

बिहार के नक्सली (Naxalites) बिहार में सरेंडर नहीं करना चाहते बल्कि उन्हें झारखंड में सरेंडर करना ज्यादा रास आता है। इसके पीछे की वजह भी दिलचस्प है।

जमुई: नक्सलवाद के खिलाफ देश के तमाम राज्यों में एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। ऐसे में नक्सलियों (Naxalites) से सरेंडर करने के लिए कहा जा रहा है और बदले में उन्हें सरकारी योजनाओं का फायदा दिया जा रहा है।

इस बीच खबर मिली है कि बिहार के नक्सली (Naxalites) बिहार में सरेंडर नहीं करना चाहते बल्कि उन्हें झारखंड में सरेंडर करना ज्यादा रास आता है। इसके पीछे की वजह भी दिलचस्प है।

दरअसल नक्सलियों को पकड़ने के लिए राज्य सरकारों ने उन पर इनाम घोषित कर रखा है और इनाम की राशि देने में बिहार थोड़ा पीछे है और झारखंड इस मामले में आगे है।

Jharkhand: गिरिडीह में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी, 10-10 किलो के 4 केन बम बरामद

यही वजह है कि बिहार के नक्सली झारखंड में जाकर सरेंडर करते हैं और ज्यादा इनाम की राशि पाते हैं और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ अलग से मिलता है।

इसका उदाहरण ऐसे समझा जा सकता है कि बिहार में प्रवेश उर्फ अमलेश एक बड़ा नक्सली नेता है। वह बिहार और झारखंड के सीमावर्ती इलाके में सक्रिय है। बिहार सरकार ने उस पर 5 लाख का इनाम रखा है, वहीं झारखंड सरकार ने उस पर 25 लाख का इनाम रखा है। ऐसे कई नक्सली हैं, जिन पर बिहार में नाम मात्र का इनाम है और झारखंड में उन पर लाखों का इनाम है। इसलिए नक्सली झारखंड में सरेंडर करना चाहते हैं।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें