झारखंड: जंगलों से निकलकर शहर में ठिकाना बना रहे PLFI के उग्रवादी, सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई

पीएलएफआई (PLFI) कमांडर पुनई उरांव के इशारे पर ये सब हो रहा है। ये जानकारी पकड़े गए 5 उग्रवादियों से पूछताछ के बाद सामने आई है।

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फाइल फोटो

रांची के एसपी को सूचना मिली थी कि पीएलएफआई (PLFI) कमांडर पुनई उरांव के गैंग के सदस्य विशाल और एलेक्स अपने साथियों के साथ दलादली गांव के पास छिपे हुए हैं। जिसके बाद पुलिस उपाधीक्षक मुफस्सिल के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम बनाई गई और सभी लोग दलादली गांव की ओर निकले।

कोरोना काल में जब लोग एक दूसरे से दूरियां बना रहे हैं और अपने गांव वापस जाने के बारे में सोच रहे हैं, तब झारखंड के उग्रवादी संगठन पीएलएफआई (PLFI) के उग्रवादी जंगल को छोड़कर शहर का रुख कर रहे हैं।

मंगलवार को रांची से गिरफ्तार 5 PLFI उग्रवादियों की कहानी कुछ ऐसा ही बयां कर रही है। शहरों में उग्रवादियों को अमीरों और व्यापारियों की जानकारी आराम से मिल रही है और इसी जानकारी के आधार पर वह अमीरों और व्यापारियों को धमकाकर लेवी वसूलते हैं। पीएलएफआई कमांडर पुनई उरांव के इशारे पर ये सब हो रहा है। ये जानकारी पकड़े गए 5 उग्रवादियों से पूछताछ के बाद सामने आई है।

रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में कुछ दिनों पहले हुई फायरिंग की वारदात को अंजाम देने वाले शख्स को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस को जो जानकारी मिली, वो चौंकाने वाली है। आरोपी ने बताया कि वह PLFI के लिए काम करता है और उसका हैंडलर पुनई उरांव है।

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रांची में ही 3 और पीएलएफआई के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 2 पिस्तौल, 8 कारतूस, 8 मोबाइल और बाइक बरामद हुई है। इस तरह मंगलवार को कुल 5 पीएलएफआई उग्रवादियों को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया।

बता दें कि रांची के एसपी को सूचना मिली थी कि पीएलएफआई कमांडर पुनई उरांव के गैंग के सदस्य विशाल और एलेक्स अपने साथियों के साथ दलादली गांव के पास छिपे हुए हैं। जिसके बाद पुलिस उपाधीक्षक मुफस्सिल के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम बनाई गई और सभी लोग दलादली गांव की ओर निकले।

इस दौरान एक बाइक पर 2 लड़के दिखे, जिनमें से एक लड़का पुलिस को देखते ही भाग गया। दूसरे लड़के को पकड़ लिया गया। उस लड़के ने अपना नाम विजय मुंडा बताया। ये लड़का दलादली गांव का है और उसके पास से एक देसी कट्टा और कारतूस बरामद हुए। विजय ने पूछताछ में बताया कि भागे हुए लड़के का नाम विशाल शर्मा है। जिसके बाद छापेमारी टीम ने गांव से विशाल को गिरफ्तार कर लिया।

विशाल ने पूछताछ में अपने दोस्तों के बारे में अहम जानकारियां दीं। इसके बाद विशाल की निशानदेही पर छापेमारी टीम कोकर पहुंची और विशाल कुमार स्वामी के घर छापा मारा। यहां मौजूद तीन लोगों की तलाशी में एक डबल बैरल का देसी कट्टा, 4 कारतूस बरामद हुए।

गिरफ्तार किए गए विजय मुंडा और विशाल शर्मा की उम्र 22 साल है। तीसरे उग्रवादी का नाम विशाल कुमार स्वामी है और वह 23 साल का है। चौथे उग्रवादी का नाम आकाश सिंह उर्फ एलेक्स है, वह 25 साल का है। पांचवे उग्रवादी का नाम सुशील वर्मा उर्फ कटला उर्फ लंगडू है, उसकी उम्र 30 साल है। गिरफ्तार किए गए उग्रवादी पहले भी कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।

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