झारखंड: 5 लाख के इनामी नक्सली नुनूचंद महतो ने किया सरेंडर, दर्ज हैं 55 से ज्यादा मामले

नुनूचंद 5 लाख का इनामी नक्सली है और उसने पीरटांड थाने में शुक्रवार दोपहर सरेंडर किया। उसके सरेंडर करने से दोनों जिलों की पुलिस ने राहत की सांस ली है।

Naxalite

नक्सली नुनूचंद महतो

पिछले एक दशक में पीरटांड और इसके आसपास के इलाके में जितनी नक्सली (Naxalites) घटनाएं हुईं, उन सभी में नुनूचंद महतो का ही नाम सामने आया करता था।

गिरीडीह: झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। इस बीच गिरिडीह और धनबाद के कुख्यात और इनामी सब जोनल कमांडर नुनूचंद महतो ने पुलिस के सामने संरेडर कर दिया।

नुनूचंद 5 लाख का इनामी नक्सली है और उसने पीरटांड थाने में शुक्रवार दोपहर सरेंडर किया। उसके सरेंडर करने से दोनों जिलों की पुलिस ने राहत की सांस ली है।

शनिवार को एएसपी गुलशन तिर्की ने उसके सरेंडर करने की पुष्टि की। इस नक्सली ने बेहद नाटकीय तरीके से सरेंडर किया।

मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर नुनूचंद सीधे पीरटांड थाने पहुंचा और बगैर किसी को कुछ बताए थाना प्रभारी के चैंबर घुस गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो पीरटांड के इस सब जोनल कमांडर नुनूचंद का सरेंडर कराने में उसके कुछ साथियों ने अहम भूमिका निभाई। इसके साथियों ने ही जिले के पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया और उसका सरेंडर कराया।

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पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, इस नक्सली के सरेंडर करने से पहले पीरटांड थाने की पुलिस को एक पुलिस अधिकारी का कॉल आया। इसके बाद ये नक्सली सीधा थाने पहुंचा और थाना प्रभारी के चैंबर में घुस गया।

इस नक्सली के खिलाफ गिरिडीह और धनबाद में 55 से ज्यादा नक्सली केस दर्ज हैं। हालांकि इसके खिलाफ कई और जिलों में भी केस हैं, जिसका पुलिस पता लगा रही है।

पिछले एक दशक में पीरटांड और इसके आसपास के इलाके में जितनी नक्सली (Naxalites) घटनाएं हुईं, उन सभी में नुनूचंद महतो का ही नाम सामने आया करता था।

फिर चाहें वो साल 2017 में मधुबन के पारसनाथ पहाड़ में ढोलकट्टा में पुलिस और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ हो, या साल 2016 में पीरटांड के जीतकुंडी में रची गई नक्सली साजिश, सभी में नुनूचंद का हाथ जरूर रहा है।

मिली जानकारी के मुताबिक, महिला नक्सली से छेड़छाड़ के आरोप में नक्सली नुनूचंद को नक्सली संगठन से साल 2018 में निकाल दिया गया था। इसे डर था कि नक्सली संगठन इसकी हत्या कर देगा, इसलिए इसने 3 साल बाद सरेंडर किया।

खबर ये भी है कि इस नक्सली में कोरोना के लक्षण हैं। अब इसकी कोरोना जांच होगी। ये नक्सली 45 साल का है और गिरिडीह के पीरटांड थाने के कुड़को के भेलवाडीह का निवासी है।

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