झारखंड: नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी, नक्सलवाद को मिटाने के लिए गढ़वा पुलिस ने कसी कमर

भंडरिया थाना क्षेत्र के बिजका के सरकारी स्कूल के मैदान में भाकपा माओवादी के नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ रणनीति बनाई जा रही है।

Garhwa Police

भंडरिया थाना क्षेत्र के बिजका के सरकारी स्कूल के मैदान में भाकपा माओवादी के नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ रणनीति बनाई जा रही है। मीटिंग में गढ़वा जिले के पुलिस कफ्तान भी मौजूद हैं।

गढ़वा: झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। ताजा मामला गढ़वा जिले का है। यहां भाकपा माओवादी के नक्सलियों का सफाया करने के लिए गढ़वा पुलिस पूरी तरह तैयार है। पुलिस ने बूढ़ा पहाड़ के पास अपनी योजना पर काम करना भी शुरू कर दिया है। इस इलाके से अब नक्सलियों (Naxalites) का सफाया इसलिए भी तय माना जा रहा है क्योंकि कुछ दिन पहले ही भंडरिया में देश के आंतरिक सुरक्षा सलाहकार ने दौरा किया था।

अब भंडरिया थाना क्षेत्र के बिजका के सरकारी स्कूल के मैदान में भाकपा माओवादी के नक्सलियों के खिलाफ रणनीति बनाई जा रही है। मीटिंग में गढ़वा जिले के पुलिस कफ्तान भी मौजूद हैं। जिस जगह ये मीटिंग हो रही है, यहां कभी नक्सलियों का ट्रेनिंग सेंटर हुआ करता था और दिन-रात जन अदालत लगाकर फैसला सुनाया जाता था। हालांकि अब हालात बदल गए हैं और इलाके में विकास की बयान बहनी शुरू हो गई है। पुलिस पिकेट के बनने से अब इलाके के लोग खुद को सुरक्षित महसूस करने लगे हैं। ये वही जगह है, जहां से बूढ़ा पहाड़ काफी नजदीक है, जो नक्सलियों का गढ़ है। हालही में देश के आंतरिक सलाहकार भी यहां आए थे और एक अहम मीटिंग करके गए थे। एसपी ने भी ये साफ कर दिया है कि नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटना होगा, नहीं तो भागने की भी जगह नहीं मिलेगी।

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पुलिस के बड़े-बड़े अधिकारियों को गांव में देखकर ग्रामीण भी खुश दिख रहे हैं। वह पुलिस पिकेट बनने से खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पहले यहां नक्सलियों का जमावड़ा लगता था, लेकिन अब यहां पुलिस के जवान मुस्तैद हैं। एसपी ने कहा है कि हम विकास के मुद्दे पर जिले में डीसी सर से मीटिंग करेंगे और विकास से संबंधित योजनाओं को धरातल पर उतारेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि इलाके में कुछ सड़कें खराब हैं, इसलिए फोर्स लाने में दिक्कत ना हो, इसपर भी ध्यान दिया जाएगा।

झारखंड में बूढ़ा पहाड़ और सारंडा के जंगलों में आज भी नक्सलियों की तूती बोलती है। हालांकि झारखंड की गढ़वा पुलिस का यह रूप देखकर लगता है कि नक्सलियों के दिन अब जाने वाले है क्योंकि पुलिस इनके खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करने के मूड में है।

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