
अपराधियों ने पीएलएफआई (PLFI) सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर आईएमए सचिव शंभू सिंह से 20 लाख रुपए और रांची के कपड़ा कारोबारी बबलू से 50 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की थी। इसे लेकर रांची के कांके थाने में मामला दर्ज किया गया था।
रांची: झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच रांची पुलिस ने आईएमए सचिव शंभू सिंह से PLFI सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर 20 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
इन अपराधियों द्वारा दिनेश गोप के नाम पर आईएमए सचिव शंभू सिंह से 20 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की गई थी, इस मामले का दिनेश गोप ने खंडन किया था। इसके बाद रांची एसएसपी सुरेंद्र झा ने घटना की बारीकी को समझते हुए एक एसआईटी टीम का गठन किया था।
इस टीम ने 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों का नाम इश्तियाक आलम, जुनैद आलम, मुस्ताक अंसारी और शेख अफजल है। पुलिस ने इनके पास से 7 मोबाइल, PLFI के पर्चे समते एक बोलेरो गाड़ी और एक एटीएम बरामद किया है।
इन अपराधियों ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर आईएमए सचिव शंभू सिंह से 20 लाख रुपए और रांची के कपड़ा कारोबारी बबलू से 50 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की थी। इसे लेकर रांची के कांके थाने में मामला दर्ज किया गया था।
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इसके बाद एसएसपी रांची सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर एसआईटी टीम का गठन किया गया था। इस टीम ने कम समय में ही रांची के साथ-साथ गुमला से भी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में गिरफ्तार हुए लोग पहले भी कई वारदातों में शामिल रहे हैं। इसमें लूट और अपहरण जैसे कई मामले हैं। ये अपराधी पहले भी जेल काट चुके हैं।
बता दें कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने अपने नाम पर मांगी जा रही इस रंगदारी की खबर का खंडन किया था और प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी। दिनेश ने ये संदेश प्रसारित किया था कि उसके संगठन ने शंभू सिंह को कोई चिट्ठी नहीं भेजी है और संगठन में भगत नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है। दिनेश ने कहा था कि ये काम किसी गिरोह का है लेकिन PLFI संगठन का नहीं है। उसने कहा था कि PLFI ऐसा घिनौना काम नहीं करता।
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