नक्सल इलाके की लड़कियां दिखाएंगी बास्केटबॉल में दमखम, SAI के लिए हुआ चयन, ITBP बना जरिया

नक्सल प्रभावित इलाके की लड़कियां अब बास्केटबॉल में अपना दमखम दिखाएंगी। इन लड़कियों ने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया है कि चाहे कितनी भी बाधाएं आएं, दृढ़ इच्छाशक्ति से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।

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नक्सल इलाके की लड़कियां दिखाएंगी बास्केटबॉल में दमखम, SAI के लिए हुआ चयन

नक्सल (Naxal) प्रभावित इलाके की लड़कियां अब बास्केटबॉल में अपना दमखम दिखाएंगी। इन लड़कियों ने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया है कि चाहे कितनी भी बाधाएं आएं, दृढ़ इच्छाशक्ति से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले राजनांदगांव के छुरिया ब्लॉक की लड़कियों ने यह साबित कर दिया है कि वो किसी से कम नहीं हैं। आईटीबीपी (ITBP) ने इन खिलाड़ियों के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी उठाई, जिससे इन्हें यह मुकाम हासिल हुआ।

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नक्सल इलाके की लड़कियां दिखाएंगी बास्केटबॉल में दमखम, SAI के लिए हुआ चयन।

आईटीबीपी (Indo Tibetan Border Police) की मदद से इस धुर नक्सल (Naxal) प्रभावित इलाके की 12 लड़कियों का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण (Sports Authority of India) में बास्केटबॉल के लिए हुआ है। भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए बनाई गई एक संस्था है। यहां खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे कर उनकी प्रतिभा को निखारा जाता है। साथ ही उनके रहने के लिए हॉस्टल की व्यवस्था भी होती है। बता दें कि SAI में सेलेक्शन के लिए कठिन ट्रायल से गुजरना पड़ता है। अपनी प्रतिभा साबित करने के बाद ही SAI में उच्च स्तरीय प्रशिक्षण लेने का अवसर मिलता है।

आईटीबीपी की मदद से मिला यह मुकाम

लाल आतंक के साए में इन लड़कियों की खेल प्रतिभा कहीं खो रही थी। प्रशिक्षण के लिए किसी तरह की सुविधा नहीं थी। उनकी प्रतिभा को दुनिया के सामने आने का कोई जरिया नहीं मिल रहा था। ऐसे में वह जरिया बना आईटीबीपी। आईटीबीपी (ITBP) ने इन खिलाड़ियों के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी उठाई। इन छात्राओं की प्रतिभा को देखते हुए आईटीबीपी के 38 वीं वाहिनी के जवान नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में जोब में लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा था। पहले इन्हें स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित किया गया।

शुरू में इन खिलाड़ियों ने स्थानीय और जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया। जब यहां इनका प्रदर्शन बेहतर हुआ तो 20 खिलाड़ियों को भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) में चयन के लिए होने वाले ट्रायल में भेजा गया। यह ट्रायल एक हफ्ते तक चला। इस मुश्किल ट्रायल से गुजरने के बाद इन 20 खिलाड़ियों में से 12 का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के लिए हो गया। अब ये 12 खिलाड़ी SAI के प्रशिक्षण केंद्र में रह कर उच्च स्तरीय प्रशिक्षण लेंगी और अपनी प्रतिभा को तराशेंगी। इस प्रशिक्षण से ये राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार होंगी।

12 खिलाड़ियों का हुआ SAI के लिए चयन

भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के लिए छुरिया ब्लॉक के जोब गांव की वीमा, कलिसा, नेहा मण्डावी, निशा, उत्तरा विश्वकर्मा, रीमा, दिपाली, कविता पटेल और शासकीय माध्यमिक शाला छुरिया से सुमन कोरेटी, पुजा, हेमा साहू और गायत्री साहू का चयन हुआ है। इन लड़कियों के चयन से आईटीबीपी (ITBP) के जवान भी फूले नहीं समा रहे। अपनी इन 12 खिलाड़ियों के चयन पर आईटीबीपी के जवानों ने इन्हें जोब कैंप बुलाकर सम्मानित किया।

खेल प्रतिभा को निखारने के लिए ITBP की सराहनीय पहल

ITBP ने खेल में रूचि रखने वाले युवाओं के लिए यह सराहनीय पहल की है। विभिन्न खेलों में अपना भविष्य बनाने के सपने देखने वाले युवाओं को आईटीबीपी प्रशिक्षण दे रही है। जवान अपने कार्यक्षेत्र वाले गांवों के बच्चों को विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षित करते हैं और उन्हें जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के ट्रायल के लिए तैयार करते हैं। इसके तहत जवान सुदूर इलाकों के बच्चों से भी संपर्क करते हैं और उन्हें हर संभव मदद करते हैं।

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