हमले से कुछ दिन पहले ही नक्सलियों (Naxalites) ने सरकार के सामने शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा था। लेकिन कुछ समय बाद ही नक्सलियों ने नारायणपुर में जवानों पर हमला किया और कोंडागांव में निर्माण कार्य में लगे दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
नारायणपुर: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में जवानों से भरी बस पर हुए नक्सली हमले का मामला तूल पकड़ रहा है। ऐसे में ये सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या नक्सली (Naxalites) एक सोची समझी रणनीति के तहत हमले कर रहे हैं।
गौरतलब है कि हमले से कुछ दिन पहले ही नक्सलियों (Naxalites) ने सरकार के सामने शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा था। लेकिन कुछ समय बाद ही नक्सलियों ने नारायणपुर में जवानों पर हमला किया और कोंडागांव में निर्माण कार्य में लगे दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
बीते कुछ दिनों से नक्सली लगातार सक्रिय हैं। इस बीच नारायणपुर नक्सली हमले में घायल हुए एक जवान ने पूरी घटना की आपबीती सुनाई है।
घायल जवान ने बताया कि जवान मंगलवार को कडेमेटा कैंप में वापसी करने के बाद दोपहर का खाना खा चुके थे। इसके बाद बसों में सवार होकर जवान, जिला मुख्यालय की ओर जाने लगे। रास्ते में रोड ओपनिंग पार्टी नहीं थी, इस वजह से नक्सलियों ने अचानक हमला कर दिया। जवानों को संभलने का भी मौका नहीं मिला और हमारे साथी शहीद हो गए।
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