छत्तीसगढ़: पुलिस से मुठभेड़ के बाद कैंप छोड़कर भागे माओवादी, सर्च ऑपरेशन जारी

इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शहीदी सप्ताह के पहले ही दिन पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के बाद माओवादी कैंप छोड़कर भाग गए ।

Naxal Encounter

फाइल फोटो।

तोयनार क्षेत्र के अंतर्गत गुमनेर के जंगलों में ये मुठभेड़ हुई है। जवानों द्वारा सर्चिंग जारी है। SP कमलोचन कश्यप ने घटना की पुष्टि की है।

सुरक्षाबलों द्वारा नक्सलियों (Naxalites) पर लगातार हो रही कार्रवाई से नक्सली बौखलाए हुए हैं। 8 जुलाई से 3 अगस्त के बीच नक्सली शहीदी सप्ताह मना रहे हैं। इसके लिए वह क्षेत्र में पर्चे भी बांट रहे हैं। नक्सली अपने साथियों के मारे जाने से बौखला गए हैं और वह बड़ी वारदात कर लोगों को अपनी मौजूदगी का एहसास दिलाना चाहते हैं।

इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शहीदी सप्ताह के पहले ही दिन पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के बाद माओवादी कैंप छोड़कर भाग गए ।

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इस दौरान मौके से 3 टेंट, 10 पिट्ठू, 01 कुकर बम, मेडिसिन, माओवादी साहित्य और दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई है। डीआरजी के जवानों के साथ आज तड़के सुबह ये एनकाउंटर हुआ।

तोयनार क्षेत्र के अंतर्गत गुमनेर के जंगलों में ये मुठभेड़ हुई है। जवानों द्वारा सर्चिंग जारी है। SP कमलोचन कश्यप ने घटना की पुष्टि की है।

बता दें कि राज्य में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ जबरदस्त अभियान चलाया जा रहा है। सुरक्षाबलों के साथ एनकाउंटर में तो नक्सली मारे ही जा रहे हैं, नक्सलियों का सरेंडर भी लगातार हो रहा है। अपनी साख को कमजोर होता देख नक्सली बौखला गए हैं। इसी बौखलाहट में आकर वे आए दिन सुरक्षाबलों पर हमले जैसी कायराना हरकतों को अंजाम दे रहे हैं।

हालांकि, नक्सलियों (Naxalites) की इन नापाक हरकतों से सुरक्षाबलों के इरादे और भी मजबूत हो रहे हैं। नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए पुलिस प्रशासन और सुरक्षाबल पूरी मुस्तैदी से लगे हुए हैं। लाल आतंक के खात्मे के लिए नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम भी लगातार किया जा रहा है।

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