छत्तीसगढ़: 5 नक्सलियों ने किया सरेंडर, 15 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल रहा है जगदीश

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) पर नकेल कसने की पुलिसिया कोशिश रंग ला रही है। पुलिस ने यहां बुधवार (15-07-2020) को बताया कि दंतेवाड़ा में 5 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें से तीन नक्सलियों पर 5 लाख रुपए का इनाम था।

Naxalites

दंतेवाड़ा में पांच नक्सलियों ने किया सरेंडर।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) पर नकेल कसने की पुलिसिया कोशिश रंग ला रही है। पुलिस ने यहां बुधवार (15-07-2020) को बताया कि दंतेवाड़ा में 5 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें से तीन नक्सलियों पर 5 लाख रुपए का इनाम था। दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि पिछले महीने से यहां स्थानीय पुलिस ने नक्सलियों (Naxals) को मुख्यधारा से जोड़ने का कैंपेन चलाया है। अब तक 58 नक्सलियों ने इस कैंपेन के तहत सरेंडर किया है।

मंगलवार को नक्सलियों (Naxalites) के 5 साथियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पलिस अधीक्षक के मुताबिक सरेंडर करने वाले नक्सलियों का कहना था कि वो नक्सलियों की सोच और उनके काम करने के तरीके से तंग आ चुके थे। उन्होंने नक्सलियों को सही रास्ते पर लाने के लिए चलाए जा रहे पुलिसिया मुहिम की तारीफ भी की है। इन सभी नक्सलियों ने Lon Varratu (घऱ लौटो) मुहिम के तहत सरेंडर किया है।

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जिन पांच नक्सलियों (Naxalites) ने सरेंडर किया है उनमें 30 साल का जगदीश उर्फरतन कवासी भी शामिल है। जगदीश के सिर पर 3 लाख रुपए का इनाम घोषित है। जगदीश संगठन में Bodhghat इलाके के LGOS (local guerrilla operating squad) में डिप्टी कमांडर के पद पर तैनात था।

पुलिस का कहना है कि जगदीश कई नक्सली गतिविधियों में शामिल रहा है। इसमें साल 2007 में नारायणपुर जिले के झारा घाटी में हुए नक्सली हमले में शामिल था। इस हमले में 7 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी। इसी साल कोंडागांव में भी नक्सलियों (Naxalites) ने हमला किया था जिसमें 9 पुलिसवालों की हत्या हो गई थी। इस भयानक घटना में भी जगदीश शामिल था।

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बताया जा रहा है कि जगदीश संगठन के तकनीकि टीम का हिस्सा भी था। वो सिंगल शॉट गन, 12 बोर गन, पाइप बम इत्यादि बनाने में भी माहिर था।

पुलिस के सामने सरेंडर करने वालों में 22 साल का कमलेश उर्फ मोटू राम पोयामी और 24 साल के मणि राम अलामी भी शामिल है। मोटू राम पोयामी एलजीओएस का सदस्य था जबकि मणि राम जनता सरकार ग्रुप का सदस्य था।

2 अन्य नक्सलियों का नाम बल्कू कश्यप और शिवनाथ उर्फ मनुराम पोयामी है। सभी नक्सलियों को सरेंडर के बाद सरकारी नीति के तहत मिलने वाला लाभ दिया गया है।

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