छत्तीसगढ़: बीजापुर (Bijapur) में 7 इनामी नक्सलियों ने पुलिस के सामने किया सरेंडर

छत्तीसगढ़ के बीजापुर बीजापुर (Bijapur) में पुलिस अधिकारियों के सामने हथियार छोड़ मुख्यधारा में शामिल होने के लिए रानी बोदली और मुरकीनार कांड में शामिल 7 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया।

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर बीजापुर (Bijapur) में 7 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर बीजापुर (Bijapur) में पुलिस अधिकारियों के सामने हथियार छोड़ मुख्यधारा में शामिल होने के लिए रानी बोदली और मुरकीनार कांड में शामिल 7 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। बस्तर आईजी पी सुंदरराज, सीआरपीएफ डीआजी कोमल सिंह, पुलिस अधिक्षक दिव्यांग पटेल के सामने नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर बीजापुर (Bijapur) में 7 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया।

नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर और शासन की पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। इनमें कई इनामी नक्सली भी शामिल हैं। बीजापुर (Bijapur) के अधिकारियों ने भी नक्सलियों का स्वागत नए कपड़े और साड़ी देकर किया। अब ये नक्सली समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे और रोजगार के मौके हासिल करेंगे। पुलिस के मुताबिक, इन नक्सलियों ने नक्सल संगठन में आदिवासियों के प्रति हिंसात्मक रवैये और शोषण से तंग आकर नक्सलवाद का रास्ता छोड़ने का फैसला किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कोत्तागुड़ेम का रहने वाला रामजी उर्फ बिच्चेम 3 लाख का इनामी नक्सली है। वह 2013 में गाजीमुड़ा पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल था।

नक्सली लखमु मोडि़याम कोकरा गायतापारा का रहने वाला है। इस पर भी 3 लाख का इनाम था। साल 2006 से 2007 के बीच वह कई बार पुलिस पर फायरिंग की घटनाओं में शामिल रहा। वहीं, लक्खू तेलाम हल्लूर हल्लेरपारा गांव का रहने वाला है। इस पर सरकार ने 2 लाख का इनाम घोषित किया था। इसने जंगल में कई बार पुलिस पर फायरिंग की है। यह आम लोगों से भी मारपीट की घटना में शामिल था। महिला नक्सली संगीता पोडियामी भी संगठन के सदस्य के रुप में काम करती रही। संगाता बीजापुर (Bijapur) की ही रहने वाली है। इस महिला नक्सली पर सरकार ने 2 लाख का इनाम घोषित किया था।

इसकी साथी नक्सली रंजीता ओयाम तालाबपारा की रहने वाली है। सरकार ने इसपर 1 लाख का इनाम रखा था। रंजीता ने मोतीपानी के जंगल में पुलिस पर फायरिंग की थी। वहीं, राजकुमारी यादव पर 1 लाख का इनाम था। वह साल 2013 में नक्सली बनी थी। 24 साल का हुंगा पोडियामी भी सरेंडर करने वालों में शामिल है। इस पर प्रशासन ने 1 लाख का इनाम रखा था। वह गांव के बाजार और मेलों में आम लोगों सहित एक सरपंच की भी हत्या कर चुका है।

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