Chhattisgarh: बीजापुर में 8 लाख के इनामी समेत 5 नक्सलियों ने किया सरेंडर, संगठन की प्रताड़ना से तंग आकर हुए मुख्यधारा में शामिल

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलवाद (Naxalism) के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। जिले में 10 मार्च को नक्सली संगठन के सेक्शन कमांडर सहित 5 नक्सलियों ने सरेंडर (Naxals Surrender) कर दिया।

Naxals Surrender

CRPF के DIG ऑरेशन कोमल सिंह, बीजापुर के SP कमलोचन कश्यप और CRPF 168 के कमांडेंट विकास पांडे के सामने सभी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण (Naxals Surrender) किया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलवाद (Naxalism) के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। जिले में 10 मार्च को नक्सली संगठन के सेक्शन कमांडर सहित 5 नक्सलियों ने सरेंडर (Naxals Surrender) कर दिया। सरेंडर करने वाले नक्सलियों पर कुल 13 लाख रुपए का इनाम था।

बताया जा रहा है कि नक्सली संगठन में प्रताड़ना से तंग आकर और सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर इन सभी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। CRPF के DIG ऑरेशन कोमल सिंह, बीजापुर के SP कमलोचन कश्यप और CRPF 168 के कमांडेंट विकास पांडे के सामने सभी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण (Naxals Surrender) किया है।

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सरेंडर करने वाले नक्सलियों (Naxals Surrender) में 8 लाख रुपए का इनामी पामेड़ निवासी सेक्शन कमांडर पांडू उर्फ सोनू उर्फ राजू, 3 लाख का इनामी गंगालूर निवासी डिप्टी कमांडर मंगू पोटाम, एक-एक लाख रुपए के इनामी दलम डिप्टी कमांडर गंगालूर निवासी लोकेश हेमला और आयतु कोडेम और बोडलापुसनार निवासी आयतु हपका शामिल हैं।

सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 10-10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई। ये सभी कई नक्सली वारदातों में शामिल रहे हैं।

इन वारदातों में रहे हैं शामिल

सेक्शन कमांडर पांडू उर्फ सोनू उर्फ राजू नारायणपुर की झारा घाटी में एंबुश लगाकर पुलिस पर हमला करने की घटना में शामिल था। इसमें 6 जवान शहीद हुए थे और नक्सलियों ने जवानों के 7 हथियार लूट लिए थे। इसके अलावा वह नारायणपुर के ग्राम खुदुरू घाटी में एंबुश लगाकर पुलिस पर हमला करने में भी शामिल था। इसमें 9 जवान शहीद हुए थे और जवानों के हथियार भी लूटे गए थे।

सरेंडर करने वाला डिप्टी कमांडर मंगू पोटाम साल 2010 में पुसनार मिलिशिया सदस्य में भर्ती हुआ था। इसके बाद वह गंगालूर एरिया दलम सप्लाई का सदस्य बनाया गया। साल 2019 में उसने प्लाटून नं0 12 के सेक्शन डिप्टी कमांडर के रूप में काम किया। साल 2013 से वह संगठन के एक्शन टीम सदस्य के रूप में कार्यरत था।

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वहीं, दलम डिप्टी कमांडश्र लोकेश हेमला ने साल 2007 में सावनार CNM सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2013 में सप्लाई टीम का डिप्टी कमांडर बनाया गया। वह पश्चिम और दक्षिण बस्तर डिविजन में सामान, दवाइया, टेंट सामग्री, लाल कपड़ा, पोस्टर, पेंट आदि सामान पहुंचाता था।

आत्मसमर्पण करने वाला कम्यूनिकेशन टीम सदस्य आयतु कोडेम साल 2011 में गंगालूर एरिया कमेटी में PLGA सदस्य के रूप में भर्ती हुआ था। वह साल 2012 से 2018 तक माड़ डिवीजन में कम्यूनिकेशन टीम का सदस्य रहा।

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इसके अलावा, मिलिशिया सदस्य आयतु हपका साल 2013 में गंगालूर एरिया कमेटी में मिलिशिया सदस्य के रूप में भर्ती हुआ था। 2014 में हुर्रेपाल के जंगल में पुलिस-नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में वह शामिल था।

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