
25 लाख का इनामी नक्सली माड़वी हिडमा (फाइल फोटो)
Bijapur-Sukma Encounter: 25 लाख के इनामी नक्सली माड़वी हिडमा (Madavi Hidma) के गांव में ही ये नक्सली घटना घटी है। छत्तीसगढ़ का सुकमा जिला हिडमा का गढ़ माना जाता है। सुकमा में होने वाली सभी नक्सली गतिविधियों की डीलिंग हिडमा ही करता है।
रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले के बॉर्डर पर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ ने देश को झकझोर कर रख दिया है। खबर लिखे जाने तक इस मुठभेड़ में 24 जवान शहीद हो चुके हैं और रविवार शाम तक 15 नक्सली मारे जा चुके हैं।
इसके अलावा 30 जवानों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है। इन जवानों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल सामने आ रहा है कि आखिर इतनी बड़ी नक्सली साजिश का मास्टरमाइंड कौन है?
25 लाख का इनामी नक्सली माड़वी हिडमा है मास्टरमाइंड
3 अप्रैल 2021, दिन शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिले के बॉर्डर पर भीषण मुठभेड़ हुई। इस नक्सली घटना के पीछे के मास्टरमाइंड का नाम है माड़वी हिडमा।
ये नक्सली 25 लाख का इनामी है और इसे संतोष उर्फ इंदमुल उर्फ पोडियाम भीमा जैसे कई नामों से जाना जाता है। ये नक्सली छत्तीसगढ़ समेत कई नक्सल प्रभावित राज्यों में पुलिस के लिए मोस्टवांटेड है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा का रहने वाला है नक्सली माड़वी हिडमा
शनिवार को हुई इस नक्सली घटना का मास्टरमाइंड हिडमा, सुकमा जिले का ही रहने वाला है। उसका जन्म सुकमा जिले के पुवर्ती गांव में हुआ था। इस गांव में आज भी विकास नहीं हुआ है और यहां ना ही सड़कें हैं और ना ही किसी अन्य तरह की सुविधा है।
यह गांव दुर्गम पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा है और यहां पूरी तरह नक्सलियों का राज चलता है। यहां नक्सलियों की जनताना सरकार चलती है। कहा जाता है कि नक्सली गतिविधियों का खाका इसी गांव में तैयार किया जाता है।
हिडमा अपने गांव में ही बनाता है नक्सली गतिविधियों का खाका
शनिवार को हुई भीषण नक्सली घटना 25 लाख के इनामी नक्सली माड़वी हिडमा के गांव में ही घटी है। छत्तीसगढ़ का सुकमा जिला हिडमा का गढ़ माना जाता है। सुकमा में होने वाली सभी नक्सली गतिविधियों की डीलिंग हिडमा ही करता है।
अगर कद-काठी की बात की जाए तो नक्सली हिडमा एक दुबले-पतले शरीर का शख्स है, लेकिन नक्सली संगठनों के बीच उसने अपनी हिंसात्मक शैली की वजह से अपना कद बड़ा कर लिया है। नक्सली गतिविधियों को अंजाम देने और नक्सली संगठन पर प्रभाव होने की वजह से वह कम उम्र के बावजूद माओवादियों की टॉप सेंट्रल कमेटी का सदस्य है।
800 नक्सलियों की फौज रखता है नक्सली हिडमा
नक्सली हिडमा 25 लाख रुपए का इनामी है और उसकी सुरक्षा में घातक टीमें रहती हैं। इस टीम के पास आधुनिक हथियार हैं और वह 24 घंटे हिडमा की सुरक्षा करती है।
मुठभेड़ के दौरान मौजूद एक जवान ने बताया कि हिडमा के पास 800 नक्सलियों की पूरी फौज है। इन्हीं नक्सलियों ने जवानों पर हमला किया है।
इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इन नक्सलियों ने जवानों पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया। घायल जवानों का कहना है कि इन नक्सलियों ने जवानों पर यूबीजीएल, रॉकेट लॉन्चर, इंसास और एके-47 से U शेप में हमला किया।
2013 में भी हुआ था ऐसा ही नक्सली हमला
वो 25 मई साल 2013 था। सुकमा के झीरम घाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला किया था। इस नक्सली हमले को बीते एक दशक का सबसे बड़ा नक्सली हमला कहा जाता है। इस नक्सली हमले में कांग्रेस के तात्कालिक प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, विद्या चरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा समेत 29 लोगों की मौत हुई थी।
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