‘संगठन में बंधक बनाकर रखा जाता था’, सरेंडर के बाद नक्सली सब जोनल कमांडर ने सुनाई आपबीती

लाल आतंक का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में शामिल होनेवाले नक्सली सब जोनल कमांडर ( Naxali Commander) अखिलेश मांझी ने बताया कि संगठन में उसके साथ अमानवीय व्यवहार होता था। उसे बंधक बनाकर रखा जाता था।

Naxali Commander

संगठन में हो रहे बर्ताव से तंग आकर गया में नक्सली सब जोनल कमांडर ने सरेंडर कर दिया।

बिहार (Bihar) के गया जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र के रहने वाले नक्सली संगठन के सब जोनल कमांडर (Naxali Commander) ने आत्मसमर्पण कर दिया। इस नक्सली कमांडर ने 22 जुलाई को वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा के समक्ष आत्मसमर्पण (Surrender) किया। इस नक्सली सब जोनल कमांडर का नाम अखिलेश मांझी है।

लाल आतंक का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में शामिल होनेवाले नक्सली सब जोनल कमांडर ( Naxali Commander) अखिलेश मांझी ने बताया कि संगठन में उसके साथ अमानवीय व्यवहार होता था। उसे बंधक बनाकर रखा जाता था। कभी-कभी खर्च के लिए सिर्फ कुछ पैसे महीने में दिए जाते थे।

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वह परेशान हो गया था और परिवार के पास लौटना चाहता था। इसके लिए वह काफी दिनों से प्रयास कर रहा था। 22 जुलाई को मौका देखकर अखिलेश मांझी गया लौटा और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।

अखिलेश मांझी के मुख्यधारा में लौटने के संबंध में एसएसपी ने बताया कि बीते कुछ साल पहले अखिलेश अपने परिवार की जमीन को पड़ोसियों से छुड़ाने के लिए नक्सली संगठन (Naxal Organization) में शामिल हुआ था। नक्सली संगठन में रहते हुए इसने गया और औरंगाबाद जिले में कई नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया था।

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पूर्व विधान पार्षद के मकान को भी विस्फोट में उड़ाने में इसकी संलिप्तता पाई गई थी। इन मामलों में पुलिस को अखिलेश मांझी की पहले से ही तलाश थी। नक्सली कमांडर (Naxali Commander) अखिलेश मांझी पर गया औरंगाबाद जिले में करीब एक दर्जन अपराधिक मामले दर्ज हैं।

एसएसपी के मुताबिक, वापस लौट कर अखिलेश द्वारा जानकारी दी गई कि उसे संगठन में बंधक बनाकर रखा जाता था। कभी-कभी दो से तीन हजार रुपये महीने में दे दिए जाते थे। जिससे अखिलेश परेशान हो गया था। वह परिवार के पास लौटना चाह रहा था। इसके लिए वह काफी दिनों से प्रयास कर रहा था। 22 जुलाई को मौका देखकर अखिलेश मांझी गया लौट कर आया और पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया। एसएसपी ने बताया कि पुलिस के द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड के आधार पर मुख्यधारा पर लौटे अखिलेश की हर संभव मदद की जाएगी।

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