Jharkhand: नक्सल प्रभावित सिमडेगा के इस गांव में पहुंचेगा विकास, अधिकारियों ने लिया जायजा

झारखंड (Jharkhand) के नक्सल प्रभावित सिमडेगा जिले के सुदूर सीमावर्ती इलाकों के गांव में अब विकास (Development) पहुंचेगा।

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नक्सल प्रभावित सिमडेगा के इस गांव में पहुंचेगा विकास

Jharkhand: आला अधिकारियों के साथ पहुंचे सिमडेगा डीसी ने यहां विकास की संभावना पर चर्चा करते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

झारखंड (Jharkhand) के नक्सल प्रभावित सिमडेगा जिले के सुदूर सीमावर्ती इलाकों के गांव में अब विकास (Development) पहुंचेगा। नक्सल ग्रस्त इलाकों (Naxal Area) में एक जलडेगा प्रखंड के सारूबहार पहाड़टोली गांव में पहली बार उपायुक्त सुशांत गौरव के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम पहुंची।

आला अधिकारियों के साथ पहुंचे सिमडेगा डीसी ने यहां विकास की संभावना पर चर्चा करते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने गांव तक सड़क बनाने, नाले में तत्कालिक पुल का निर्माण के साथ-साथ कृषि व रोजगार की दिशा में जल्द से जल्द कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

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बता दें कि गांव के लोगों को बरसात के दिनों में प्रखंड मुख्यालय में आने के लिए ओड़िशा से होते हुए लंबी दूरी तय करके आना पड़ता है। अगर पहाड़टोली में नदी में पुल बनेगा, तो स्कूली बच्चों के साथ पूरे गांव के लोगों को काफी आसानी हो जाएगी।

डीसी ने गांव में ही समुचित पेयजल की व्यवस्था करने की बात भी कही। उपायुक्त ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र में बसा पहाड़टोली गांव की भूमि की प्रकृति भी ढलान हैं। इस इलाके में कंटूर खेती की जा सकती है। इसके लिए कृषि विभाग एवं उससे जुड़े विभागों के समन्वय से योजनाएं क्रियान्वित कराई जाएगी।

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उपायुक्त ने कहा कि गांव के लोगों की सहभागिता एवं जागरूकता से गांव का समुचित विकास किया जा सकता है। उपायुक्त ने गांव के युवकों से भी मुलाकात की और उनके शिक्षा एवं काम-काज के बारे में बात की।

उपायुक्त ने कहा कि गांव के बुजुर्ग लोगों ने गांव के विकास में अपना अहम योगदान दिया है, अब यह जिम्मेदारी आप सभी युवाओं पर है। सरकार की योजना से हट कर कुछ बेहतर करें। अपने लिए एवं गांव-समाज के लिए बेहतर प्लान तैयार कर कार्य करें। गांव में बांस के बगान को देख उपायुक्त ने बांस कारीगरों को आगे आने की बात कही।

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अधिकारी ने गांव की निरक्षर महिलाओं को साक्षर बनने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्हें कौशल विकास की योजनाओं से जुड़ कर आर्थिक रूप से सशक्त बनने की बात कही।

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इसके साथ ही उपायुक्त ने कोरोना के टीकाकरण को लेकर ग्रामीणों को लेकर प्रेरित किया। उन्होंने गांव के पढ़े-लिखे युवाओं से टीकाकरण के लिए आगे आने की बात कही। टीकाकरण को लेकर क्षेत्र में फैली भ्रांतियों पर उपायुक्त ने कहा कि इस तरह के भ्रांतियों का कोई आधार नहीं होता है। परंतु कुछ लोग खासकर झोला छाप डॉक्टर भी लोगों को बरगलाकर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ आपदा के नियमों अधीन कार्रवाई भी की जाएगी।

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