झारखंड: नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से होगा सड़क निर्माण, राज्य सरकार को भेजी गई सूची

नक्सल (Naxalites) प्रभावित गिरिडीह के पीरटांड, भेलवाघाटी, देवरी और तीसरी के साथ बगोदर के क्षेत्रों में सड़क निर्माण की तैयारी की जा चुकी है।

Naxalites

इन क्षेत्रों में आने-जाने के लिए बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ता है और नक्सली (Naxalites) इसी बात का फायदा उठाते हैं। गिरिडीह के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने राज्य सरकार को सैकड़ों किलोमीटर की सड़क, पुल और पुलिया की सूची भेजी है, जिससे इनका विकास हो सके।

गिरिडीह: झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। इस बीच सरकार, नक्सल प्रभावित इलाकों के विकास पर जोर दे रही है। नक्सल प्रभावित गिरिडीह के पीरटांड, भेलवाघाटी, देवरी और तीसरी के साथ बगोदर के क्षेत्रों में सड़क निर्माण की तैयारी की जा चुकी है।

बता दें कि इन क्षेत्रों में आने-जाने के लिए बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ता है और नक्सली (Naxalites) इसी बात का फायदा उठाते हैं। गिरिडीह के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने राज्य सरकार को सैकड़ों किलोमीटर की सड़क, पुल और पुलिया की सूची भेजी है, जिससे इनका विकास हो सके।

उपायुक्त द्वारा भेजी गई सूची में पीरटांड़ प्रखण्ड क्षेत्र के कमला सिंघा, पाण्डेयडीह सड़क, नोकनिया -चतरो रोड, हरलाडीह-खेता डाबर रोड, मधुबन-शिखर जी रोड, देवरी प्रखण्ड के तेतरिया-गुनियथार सड़क, भेलवाघाटी-हरकुण्ड-गुनियथार सड़क, बेरमी-लोकनायनपुर सड़क सहित इन क्षेत्र में पड़ने वाले नदी नालों और पुल व पुलिया का निर्माण भी शामिल है।

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वहीं बगोदर प्रखण्ड के बकरडीह से बागोडीह तक पक्की सड़क के निर्माण के साथ मार्ग में पड़ने वाली बराकर नदी और खड़िया नदी में पुल का निर्माण शामिल है। जिले के इन घनघोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन दुरुस्त हो जाने से यहां विकास के रास्ते खुलने शुरू हो जाएंगे।

मधुबन शिखरजी एक महत्वपूर्ण सड़क है। इसका निर्माण हो जाने से पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी लाभ मिलेगा। साथ में पाण्डेयडीह, नौकनिया, कमलासिंघा, खेताडाबर का ऐसा क्षेत्र है जहां नक्सली अपनी नर्सरी लगाते थे।

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