Chhattisgarh: नक्सल प्रभावित इलाके में विकास को मिल रही गति, बंद पड़े स्कूलों को 15 साल बाद खोला गया

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) में विकास की बयार बह रही है। इलाके के बंद पड़े स्कूलों को 15 साल के बाद खोला गया, साथ ही अब गांव-गांव में आंगनबाड़ी भवन बनाए जा रहे है।

Naxal Area

नक्सल प्रभावित (Naxal Area) चिउरवाड़ा के गर्भवती महिलाओं को प्रसव कराने के लिए अब जगदलपुर, भद्राचलम और मलकानगिरी नहीं जाना पड़ेगा।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) में विकास की बयार बह रही है। इलाके के बंद पड़े स्कूलों को 15 साल के बाद खोला गया, साथ ही अब गांव-गांव में आंगनबाड़ी भवन बनाए जा रहे है। सुपोषण केंद्र बन रहे है। सरकारी योजनाएं लागू की जा रही हैं। सुकमा जिले को कुपोषण मुक्त करना है जिसे आने वाले दिनों में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। ये बातें मंत्री उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहीं हैं।

दोरनापाल में महिला बाल विकास की ओर से आयोजित पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री कवासी लखमा ने 17 मार्च को मुख्यमंत्री सुपोषण केंद्र भवन का उद्घाटन किया और भवन का जायजा लिया।

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उन्होंने इस दौरान भवन में मौजूद कुपोषित बच्चों और उनकी माताओं से बातचीत की और केंद्र में मिलने वाली सुविधाओं को लेकर चर्चा की। उसके बाद स्व सहायता समूह के द्वारा लगाये गए स्टाल का निरीक्षण किया और पोषण वाहन को हरी झंडी दिखाई।

छिंदगढ़ विकासखंड के ग्राम चिऊरवाड़ा में उप स्वास्थ्य केंद्र के लोकार्पण पर उद्योग मंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित (Naxal Area) चिउरवाड़ा के गर्भवती महिलाओं को प्रसव कराने के लिए अब जगदलपुर, भद्राचलम और मलकानगिरी नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें अब स्थानीय स्तर पर ही उच्च स्वास्थ सुविधा उपलब्ध होगी।

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मंत्री कवासी लखमा ने ग्राम चिउरवाड़ा में लेदा चित्तलनार मार्ग पर 25 लाख की लागत से बने पुलिया का लोकार्पण भी किया। पुल के निर्माण से क्षेत्र के कई गांव तक आवगमन सुगम हो जाएगा। चिडपाल, कुमकोलेंग, सौतनार, धामनकोंटा, कुपिडीह आदि गांव के ग्रामीणों को इस पुल से सुविधा मिलेगी।

इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि जिले में जिन संवेदनशील क्षेत्रों में सड़क नहीं थी। स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच रही थीं, जहां बिजली नहीं थी, आज ग्रामीण सरलता से आवागमन कर रहे हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि जिले का विकास हो रहा है, यहां के ग्रामीणों का विकास हो रहा है।

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उन्होंने चिउरवाड़ा में देव गुड़ी और रंगमंच बनवाने की घोषणा भी की। मंत्री ने ग्रामीणों की सुविधा हेतु कुमाकोलेंग और चिउरवाड़ा में शीघ्र ही बस परिवहन की शुरुआत करने की बात भी कही।

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